सूरजगढ [कृष्ण कुमार गाँधी ] उपखंड के जाखोद गांव में एक व्यक्ति पिछले 5 सालों से जंजीरों में जकड़ा हुआ है। जाखोद का जोकर मेघवाल मानसिक विक्षिप्तता के चलते पिछले पांच साल से जंजीरों में जिंदगी काट रहा है। जोकर के पागल होने के बाद घर की सारी जिम्मेदारी उसकी पत्नि नरेश देवी पर आ पड़ी एक घरेलु महिला होने के नाते नरेश के लिए यह स्थिति किसी भयानक सपने से कम रही थी उपर से घर में चार चार जवान बेटियां अब मजबुर नरेश देवी बच्चियों को घर पर छोडक़र कहीं मजदुरी करने भी नही जा सकती लेकिन फिर भी चार बेटियों का पेट भरने के लिए उसकी पत्नी मजदूरी कर रही है। जिससे केवल घर चल रहा है। इस व्यक्ति का इलाज नहीं। जानकारी के मुताबिक जाखोद गांव की नरेश देवी मेघवाल की शादी करीब 18 साल पहले जाखोद में जोकर मेघवाल के साथ हुई थी। जोकर शादी के वक्त मजदूरी कर परिवार पाल रहा था। लेकिन करीब चार साल बाद ही उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई और बिगड़ते बिगड़ते इन हालातों में पहुंच गई कि पांच साल पहले वह लोगों को पत्थर मारने लगा तो घरवालों ने परेशान होकर उसे जंजीरों से बांध दिया। अब पांच सालों से वह जंजीर में जकड़ा हुआ है। मजे की बात यह है कि सरकारी सहायता के लिए नरेशदेवी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के चक्कर काट रही है लेकिन उस बेबस और गरीब की सुनने वाला कोई नही है। ।