तेजी से बढ़ती हुई जनसँख्या को नियंत्रित करना आज की सबसे बड़ी चुनौती है जिसकी दिशा में चिकित्सा,स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तेजी से प्रयास भी कर रहा है। जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को भी मिल रहे है। यह बात जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने चिकित्सा विभाग द्वारा विश्व जनसंख्या दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के अध्यक्षता करते हुए कही। कलेक्टर ने जनसंख्या का अत्यधिक बढ़ना और घटना दोनो की खतरनाक होते हैं। हमारे देश की तेजी से बढ़ती हुई जनसंख्या भी बेहद चिंता जनक है। गुणवत्तापूर्ण जीवन के यह बहुत जरूरी है कि जनसँख्या की नियंत्रित किया जाये। सफल परिवार कल्याण सेवाओ और जनसंख्या स्थायित्व के लिये जिले में झुंझुनूं ब्लाॅक प्रथम रहा। ब्लॉक की ओर से दो लाख रू का पुरूस्कार बीसीएमओ डॉ रामनिवास यादव और एसडीएम अलका विश्नोई को संयुक्त रूप से जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव से प्राप्त किया।
साथ ही जिला कलेक्टर ने जिले में जनसंख्या स्थायीतत्व एवं परिवार कल्याण कार्यक्रम में उत्कृष्र्ट कार्य करने वाली झुंझुनू पंचायत समिति को दो लाख एवं आठ ग्राम पंचायत जिसमें ब्लॉक बुहाना से बडबर,चिडावा से बुडानिया, झुंझुनूं से खाजपुर नया, खेतडी से नालपुर, अलसीसर से कांट, नवलगढ से कारी, सुरजगढ से सेही कल्ला, उदयपुरवाटी से किषोरपुरा को एक-एक लाख रूपये के पुरूस्कार प्रदान किये। पीएचसी माणकसास, सीएचसी मण्डेला और बीडीके जिला अस्पताल को भी जनसंख्या स्थायीतत्व के लिये 50 हजार रूपये का पुरूस्कार दिया गया। इसी तरह जनसंख्या स्थायीतत्व के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले आशाओ सहित अन्य कार्मिकों को भी जिला कलेक्टर ने सम्मानित किया गया। कलेक्टर यादव ने जनसंख्या स्थायित्व में बेहतर कार्य के लिये परिवार कल्याण के नॉडल अधिकारी डॉ नरोत्तम जांगिड़ और उनकी पूरी टीम को बधाई दी। साथ ही उन्होंने विगत दिनों जयपुर में आयोजित पीएम जन संवाद में सफल भागीदारी के लिये आभार जताते हुए बधाई दी। इस अवसर पर सीएमएचओ डॉ सुभाष खोलिया ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अच्छा कार्य कर पुरुस्कार प्राप्त करने वाले को बधाई दी। कार्यक्रम में आरसीएचओ डॉ दयानंद सिंह, एसडीएम अलका विश्नोई,डीपीएम डॉ विक्रम सिंह, जिला आईईसी समन्वयक महेश कुमार सहित जिले के सैंकड़ों स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन डिप्टी सीएमएचओ (प क) डॉ नरोत्तम जांगिड़ ने किया।