प्रदेश में कांग्रेस उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के बाद से फैला विरोध का बवाल रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है आज इसमें झुंझुनू विधानसभा का नाम भी शुमार हो गया है। झुंझुनू अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाला एक बड़ा नाम एम डी चोपदार जो कि कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश सचिव भी है। इनके आवास पर आज आयोजित हुई सर्व समाज की बैठक में कांग्रेस के लिए विरोध के स्वर सुनने को मिले है। एम डी चोपदार ने क्षेत्र से कांग्रेस में लगातार हो रही अल्पसंख्यक समुदाय की अनदेखी का आरोप लगाते हुए प्रदेश सचिव के पद से इस्तीफा देने का एलान कर दिया। गौरतलब है कि चोपदार पिछले कुछ समय से कोंग्रेस पार्टी से लगातार टिकट की मांग कर रहे थे। चोपदार ने पत्रकारों से वार्तालाप करते हुए कहा कि झुंझुनू लोकसभा क्षेत्र में लगभग तीन लाख अल्पसंख्यक समाज के वोट है इसके बावजूद भी झुंझुनू की सात विधानसभा सीटों में से एक भी अल्पसंख्यक समुदाय को नहीं दी गई है। कांग्रेस के संगठनात्मक ढांचे में भी किसी मुस्लिम भागीदारी नहीं होने पर भी उन्होंने सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यहाँ का मुस्लिम वफादारी से कोंग्रेस का साथ देता रहा है लेकिन उसके बदले में कांग्रेस ने समाज को दिया ही क्या है। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि क्या अल्पसंख्यक वोट बैंक के लिए ही पैदा हुआ है क्या ? एम डी चोपदार क्षेत्र के अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाला एक बड़ा नाम है यदि यहाँ से वो निर्दलीय के रूप में ताल ठोकते है तो कोंग्रेस को अपने परम्परागत वोट बैंक से हाथ धोना पड़ सकता है।