नम आंखों से दी शहीद को अंतिम विदाई
झुंझुनू, सैनिकों और शहीदों की भूमि झुंझुनू जिले के छावसरी गांव का लाड़ला छत्रपाल सिंह जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के रंगडोरी आतंकियों 15 घंटे मुकाबला करने के बाद वीरगति को प्राप्त हुए। कुपवाड़ा के रंगडोरी हुई मुठभेड़ में 9 आंतकी भी ढेर हुए है। शहीद छत्रपाल सिंह की पार्थिव देह झुंझुनू हवाई पट्टी पर पहुंचने पर जिला प्रशासन ने सम्मान के साथ सलामी देकर अंतिम विदाई दी। झुंझुनू हवाई पट्टी पर जिला कलेक्टर उमरदीन खान, जिला पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र शर्मा, उपखंड अधिकारी सुरेंद्र यादव, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी परवेज अहमद हुसैन ने शहीद की तिरंगा ओढ़कर आई पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित कर सैल्यूट किया। शहीद छत्रपाल सिंह के गांव छावसरी में आज सोमवार को गमगीन माहौल में राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार। अंतिम संस्कार के समय ” छत्रपाल अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा, छत्रपाल का नाम रहेगा ” के गगन भेदी नारे गुंजायमान होते रहे। प्रशासनिक अधिकारियों व गांववासियों ने नम आंखों से दी शहीद छत्रपाल सिंह को अंतिम विदाई।शहीद छत्रपाल सिंह की उम्र महज 23 वर्ष की थी।9 मार्च को ही 29 दिन की छुट्टी पूरी कर वापस सेना ड्यूटी पर गए थे।शहीद छत्रपाल सिंह अविवाहित थे।शहीद का बड़ा भाई भी कर रहा है मेडिकल की तैयारी।जानकारी के मुताबिक मूलतः यूपी के कानपुर के रहने वाले है शहीद के पिता।पिछले 30 वर्षों से झुंझुनू जिले के छावसरी गांव में रह रहे हैं।शहीद के पिता सुरेश कुमार गांव में ही कंपाउंडर के रूप में गांव वासियों की सेवा कर रहे है।शहीद की मां शशिकला गृहणी है।झुंझुनू जिले के उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र के छावसरी गांव का लाडला छत्रपाल सिंह जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में हुआ शहीद होने से पूर्व दुश्मनों से अंतिम सांस तक लड़ता रहा। जहां पूरे विश्व मे कोरोना वारयस के चलते कोहराम मचा हुआ है। इसी का फायदा उठाने की नीति के चलते पाकिस्तानी भारत में घुसपैठ कर रहे हैं लेकिन भारतीय सेना के जवानों ने इन्हें मार गिराया। इस दौरान सेना के पांच जवान भी शहीद हुए है। जानकारी के अनुसार शहीद हुए जवानों में हिमाचल के सूबेदार संजीव कुमार, बालकृष्ण, हवलदार देवेंद्र सिंह, अमित कुमार और झूंझुनू जिले के छत्रपाल सिंह शामिल हैं। महज 18 वर्ष की उम्र में भर्ती हुए छत्रपाल सिंह की सेवा अभी पांच वर्ष ही हुई थी। दरअसल रविवार को आतंकियों का एक दल केरन सेक्टर से घुसपैठ करने की फिराक में था। आतंकियों की मौजूदगी की भनक लगते ही सेना के जवानों ने मोर्चा संभाला। इसके बाद हुई मुठभेड़ में सेना ने पांच आतंकियों को ढेर कर दिया। इस ऑपरेशन को 4 पैरा स्पेशल फोर्स, 41 आरआर, 57 आरआर, 8 जाट और एसओजी कुपवाड़ा की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया।