चुरूताजा खबर

पहले बच्चों को बचा रहे थे गंभीर बीमारियों से, अब लड़ रहे हैं कोराना संक्रमण की रोकथाम के लिये

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीमें कर रही हैं होम आईसोलेटेड की निगरानी

चूरू, जिले में बच्चों में होने वाली गंभीर बीमारियों की जांच कर उन्हें निःशुल्क उपचार उपलब्ध करवाने वाली राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) की टीमें अब कोराना वायरस संक्रमण के खिलाफ पिछले 16 दिन से डटी हुई हैं। आरबीएसके टीमें जिले में विदेश से आये होम आईसोलेटेड व्यक्तियों की निगरानी कर उन्हें कोराना वायरस से बचाव व रोकथाम की जानकारी दे रही हैं। सीएमएचओ भंवर लाल सर्वा ने बताया कि जिले में आरबीएसके टीमों के आयुष चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टॉफ को विदेश से आये होम आईसोलेटेड व्यक्तियों की हर दिन सुबह सूची दी जाती है। टीमें सुबह से ही तय क्षेत्र के अनुसार होम आईसोलेटेड व्यक्तियों की जानकारी लेकर उन्हें कोराना वायरस के बारे में जागरूक कर सावधानियों के बारे में बताती है। डीआरसीएचओ डॉ सुनील जांदू ने बताया कि जिले मेें 22 मार्च 2020 से 24 टीमों का गठन किया गया हैं। टीमों में आरबीएसके के आयुष चिकित्सक व स्टॉफ को शामिल किया गया। सभी टीमों को सुबह ब्लॉक स्तर से होम आईसोलेशन में विदेश से आये व्यक्तियों की सूची सौंपी जाती हैं। सूची के अनुसार टीमें संबंधित क्षेत्र की आशा सहयोगिनी व एएनएम से सम्पर्क कर विदेश से आये होम आईसोलेशन में रह रहे व्यक्ति के घर तक जाकर पूरी जानकारी भी लेती है। जिले में अब तक टीमों के द्वारा 1491 विदेश से आये होम आईसोलेशन वाले व्यक्तियों की निगरानी की गई है। सीएमएचओ ने बताया कि जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में टीम बच्चों की सरकारी स्कूल, मदरसों में जांच करती है। बच्चों में गंभीर बीमारी हृदय रोग, कटे होंठ, कटा हुआ तालुआ, बहरापन सहित अन्य रोग होने पर उन्हें उच्च चिकित्सा संस्थान में रैफर निःशुल्क उपचार करवाया जाता हैं। सभी टीमों को अब कोराना वायरस संक्रमण के रोकथाम व जागरूकता के लिये लगाया है।

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