लाम्बा कोचिंग कॉलेज परिसर में स्वतंत्रता संग्राम के महान नायक व देश के प्रथम प्रधानमंत्री प. जवाहर लाल नेहरू का जन्म दिवस बालदिवस के रूप में समारोह पूर्वक में मनाया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष स्वतंत्रता सेनानी पं भगवती प्रसाद शर्मा, मुख्य अतिथि पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी लियाकत अली खान, शिक्षाविद टेकचंद शर्मा, संस्था निदेशक शुभकरण लाम्बा, प्रो. रतन लाल पायल, सुरेन्द्र सोहू, प्रमोद पूनियाँ व सेना भर्ती अभ्यर्थियों ने पूष्प अर्पित कर श्रद्धाजंली दी। संस्था निदेशक लाम्बा ने अपने सम्बोधन में कहा कि बाल दिवस तभी सार्थक होगा जब हम बाल – मन को समझें और बालकों के उत्थान और उनके अधिकारों के लिए समाज और सरकार काम करें। उन्होंने कहा कि जिन देशों में बच्चों के उत्थान पर ज्यादा से ज्यादा काम होता है वो देश दुनिया में शक्तिशाली और खुश हाल होते हैं। इसलिए नेहरू ने अपने जन्मदिन को बालदिवस के रूप में मनाने पर बल दिया। मुख्य अतिथि लियाकत अली खाँ ने अपने सम्बोधन में कहा कि पं. नेहरू ने रावी नदी के किनारे 26 जनवरी 1930 में अपने भाषण में पूर्ण स्वराज्य की घोषणा की थी। उनका नारा आराम – हराम है। उनके पंचशील व गुटनिरपेक्षता के सिद्धान्त पूरे विश्व में ख्थाति प्राप्त हैं। कार्यक्रम में सैकंड़ो सेना भर्ती अभ्यर्थी उपस्थित थे।