आरम्भिक पठन क्षमता कौशल विकास के अन्तर्गत शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव की अध्यक्षता में पोस्टर विमोचन कार्यक्रम आयोजित किया गया। पीरामल फाउण्डेशन एवं शिक्षा विभाग द्वारा जिले की प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विशेष सहायता के उद्देश्य से आरम्भिक पठन क्षमता कौशल विकास कार्यक्रम के तहत जिले में सभी ब्लॉकों के 124 प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों का चयन किया गया है।
जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने बताया कि कार्यक्रम के अन्तर्गत विशेष सहायता से विद्यालयों के विद्र्याथियों में अपने स्तर के अनुसार पढ़नेे, लिखने एवं समझने की क्रियाओं पर सम्पूर्ण ध्यान दिया जाएगा। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत विद्यालयों के विषय अध्यापकों को प्रशिक्षण के माध्यम से बच्चें को कक्षा कक्ष में अधिक आनन्ददायी वातावरण प्रदान करने एवं बच्चों को विभिन्न कक्षा कक्षीय क्रियाओं से सीखने एवं सरल बनाने पर जोर दिया जाएगा। जिले की सरकारी विद्यालयों में इस तरह के नवाचार निरन्तर होने से प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों का विकास एवं छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी युग के अनुसार ढ़ालने से सकारात्मक परिणाम आएंगे। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि प्राथमिक शिक्षा में कक्षा प्रथम से द्वितीय के दौरान बच्चों में पढ़ने एवं लिखने की पकड़ मजबूत रहती है, अगर शिक्षक बच्चों पर अभी से निरंतर ध्यान दें तो बच्चों को उच्च स्तर की पढ़ाई करने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों का यह महत्वर्पूण योगदान होगा, अगर वे जिम्मेदारी से बच्चों पर मेहनत कर, उन्हें सही मार्गदर्शन प्रदान करें। इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक बाबूलाल रैगर, महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक विप्लव न्यौला, डाईट प्राचार्य हरफूल मीणा, एडीओ अमीलाल मूण्ड, प्रमोद आबूसरियां, मनीष चाहर सहित शहीद कर्नल जेपी जानू प्राचार्य मनीराम मण्डीवाल, पीरामल फाउण्डेशन के गजेन्द्र सिंह, अनुज, मनीष पारीक, विष्णु पारीक एवं निशा, दीपिका सहित पीरामल फाउण्डेशन के प्रतिनिधि उपस्थित थे।