सिंघाना को नई पंचायत समिति बनाकर डांगर, लाखू गांव को जोड़ने का विरोध
चूरू के सोहनपालसर की दलित दुष्कर्म पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग
सूरजगढ़ विधानसभा क्षेत्र में आने वाले गांव डांगर को परिसीमन के बाद बनाई गई नई पंचायत समिति सिंघाना में जोड़ा गया है। सिंघाना पंचायत समिति में लाखू, डांगर गांव को शामिल करते ही ग्रामीणों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। नये परिसीमन के अनुसार डांगर ग्राम पंचायत जो वर्तमान में सूरजगढ़ से हटाकर सिंघाना पंचायत समिति में शामिल की गई है। इसके विरोध में ग्रामीणों ने आज अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर डांगर व लाखू गांव को सिंघाना पंचायत समिति से पृथक कर यथावत सूरजगढ़ या चिड़ावा पंचायत समिति में जोड़ने की मांग की है । ज्ञापन में बताया गया कि डांगर गांव का पुलिस थाना व बिजली पावर हाऊस भी चिड़ावा है तथा 10 वर्ष पूर्व ग्राम पंचायत समिति चिड़ावा के अन्तर्गत आता था। पूर्व परिसीमन में ग्राम पंचायत को चिड़ावा हटाकर से सूरजगढ़ कर दिया था। डांगर गांव चिड़ावा से महज ढाई किलोमीटर की दूरी पर है वहीं सूरजगढ़ 10 किलोमीटर की दूरी पर है लेकिन सिंघाना डांगर की दूरी तकरीबन 35 किलोमीटर पड़ती है। ग्रामीणों को पंचायत समिति काम से जाने के लिए दस किलोमीटर की जगह 35 किलोमीटर ना जाना पड़े इसलिए वे इसका विरोध कर रहे है। वहीं दूसरे मामले में भीम आर्मी के द्वारा आज राजस्थान बंद का आह्वान किया गया था उसको लेकर अंबेडकर पार्क झुंझुनू में एक सभा आयोजित की गई उसके बाद में शहर में रैली निकाली गई। जिला कलेक्ट्रेट पर भीम आर्मी के सदस्यों ने पहुंचकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया और अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र मेघवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि चूरु सरदारशहर के सोहनपालसर गांव में गत दिनों दलित युवक को पुलिस कस्टडी में मार दिया गया और उसकी भाभी के साथ रेप किया गया। दोषियों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई जबकि पूरे प्रदेश में प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इसके चलते ही भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने घोषणा की थी कि 31 जुलाई तक दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ 302 का मुकदमा और उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई तो 1 अगस्त को राजस्थान बंद किया जायेगा। इसी के अंतर्गत आज हमने रैली निकालकर झुंझुनू बंद करवाया है। उन्होंने बताया कि दलित समाज के खिलाफ अलग-अलग स्थानों पर अत्याचार हो रहे हैं यदि सरकार द्वारा शीघ्र इनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जाती है तो शीघ्र ही उग्र आंदोलन किया जाएगा।