जिले में दर्जनों ऐसी वाहन जो की लाल प्लेट, लाल पट्टी, व बड़े -बड़े अक्षरों में पद नाम, संगठनों तक के बोर्ड वाहनों के आगे लगाकर धड़ल्ले से अपना रुतबा दिखाते फिर रहे है। प्राप्त खबरों के अनुसार दर्जनों ऐसे वाहन है जिनके आगे पीछे लाल रंग की पट्टी लगाकर पंच,पार्षद, पूर्व चैयरमैन, आदि वाहनों में घूमते नजर आयेंगे। वही कुछ प्राइवेट वाहन जिनको किसी सरकारी विभाग या अधिकारी के लिए अनुबंधित किया जाता है एक बार उनपर लाल पट्टी लग जाती है तो वो भी परमानेंट हो जाती है भले ही उस वाहन का अनुबंध खत्म हो गया हो। अनेको वाहन ऐसे भी है जिनपर नंबर प्लेट पर जहा नम्बर होना चाहिए वहा रुतबे के लिए कुछ और ही लिखा रहता है। हम वाहन पर कुछ लिखवाने वालो के विरोध में नहीं है लेकिन वाहन पर विधिक रूप से जो स्थान नंबर के लिए निर्धारित किया गया है उसका उपयुक्त उपयोग होना जरुरी है। शहर के मुख्य मार्गो पर ऐसे वाहन खुलेआम सड़को पर दौड़ रहे है। लेकिन जिला परिवहन विभाग व यातयात पुलिस इन वाहन चालकों के खिलाफ कोई कार्यवाही करती नजर नही आ रही है। जिसके चलते ऐसे वाहनों की संख्याओ में लगातार इजाफा हो रहा है। वो दिन भी दूर नहीं जब लाल पट्टी लगे वाहनों में भूमाफिया, तस्कर,ढोगी साधु बाबा भी घूमते नजर आयेंगे। पुलिस प्रसाशन व जिला प्रसाशन परिवहन विभाग सड़क सुरक्षा व नियमो की दुहाई दे रहे है। वही ऐसे वाहनों का दौड़ना प्रसाशन की कार्यशैली पर प्रशन चिन्ह खड़ा कर रहा है।