नागौर सभापति कृपाराम सोलंकी द्वारा नगरपरिषद सचिव नरेंद्र बापेडिय़ा के साथ की गई बदसलूकी और जान से मारने की धमकी का विरोध पूरे प्रदेश में शुरू हो गया है और राजस्थान नगरपालिका प्रशासनिक सेवा परिषद ने इसके लिए मोर्चा खोल लिया है। बुधवार को पूरे प्रदेश में जिला मुख्यालयों पर प्रशासनिक सेवा परिषद की ओर से मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपे गए। इसी क्रम में झुंझुनूं में नगर परिषद आयुक्त विनयपालसिंह के नेतृत्व में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। इस मौके पर उदयपुरवाटी व नवलगढ़ ईओं अनिता खीचड़, बिसाऊ ईओं राकेश कुमार, विद्या विहार ईओं अभिलाषा सिंह, मंडावा ईओ सरिता बड़सरा, सूरजगढ़ ईओं हेमंत तंवर और पिलानी ईओं अनिल कुमार मौजूद थे। आयुक्त विनयपालसिंह ने बताया कि एक ओर नगर परिषद सचिव नरेंद्र बापेडिय़ा मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के मुताबिक सफाईकर्मियों की भर्ती के आवेदन अन्य कर्मचारियों के साथ जांच रहे थे। वहीं सभापति ने सभी कर्मचारियों के साथ बदसलूकी और गाली गलौच करना शुरू कर दिया। जब सचिव ने टोका तो उनके साथ भी बदतमीजी की और जान से मारने की धमकी दी। इसके अलावा ज्ञापन में नागौर में हुए पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया है और कहा गया है कि सभापति सफाईकर्मियों की भर्ती में रोड़ा अटकाना चाहते है। ज्ञापन के जरिए प्रशासनिक सेवा परिषद के अधिकारियों ने की मांग की है कि तुरंत सभापति के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए और उन्हें निलंबित करने के अलावा उनकी जल्द से जल्द गिरफ्तारी भी हो। अन्यथा आंदोलन तेज करने की धमकी दी गई है। साथ ही सचिव को सुरक्षा देने की मांग भी ज्ञापन में की गई है।