सरकारी मानदंडों के नियमों की उड़ा रहे धज्जियां
जिला प्रशासन हरकत में आया
आज झुंझुनू सूचना सभागार में प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा के समक्ष भी रखा गया मामला
जिला कलेक्टर रवि जैन ने दिया शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन
झुंझुनू, जिला मुख्यालय पर स्थित विभिन्न प्रकार के कोचिंग संस्थान शहर की गलियों में फैले हुए हैं सरकारी नियम व मानदंडों की वे खुलेआम धज्जियां उड़ाते भी प्रतीत हो रहे हैं। जिसके चलते लगभग 2 माह पहले जिला कलेक्टर रवि जैन ने सजगता दिखाते हुए इन कोचिंग संस्थानों में जांच के आदेश दिए थे। इस संबंध में नगर परिषद आयुक्त देवीलाल बाचलिया का कहना है कि कोचिंग संस्थानों की विभिन्न पैरामीटर से जांच करके जिला कलेक्टर को प्रेषित की जा चुकी है। वही हाल ही में भी प्रशासन द्वारा अनेकों कोचिंग संस्थानों की जांच की जा रही है। वही हम आपको बता दें कि कोचिंग संस्थानों के लिए बहुत से मानदंड और नियम निर्धारित होते हैं जिनकी कानूनन पालना करना आवश्यक होता है। जैसे संचालित कोचिंग संस्थान की वैधानिक रूप से अनुमति ली है या नहीं, भूमि का कन्वर्जन हुआ है या नहीं है। कोचिंग का भवन पर्याप्त है कि नहीं है, उस तक आने-जाने के लिए सड़क की व्यवस्था है कि नहीं है उसके आस पास पर्याप्त पार्किंग स्थल है कि नहीं है। साथ ही सामान्य सुविधाएं भी उपलब्ध हैं या नहीं। इसके अलावा देश में लगातार बड़े-बड़े अग्निकांड हो चुके हैं उन को ध्यान में रखते हुए भी अग्निशमन के व्यापक प्रबंध किए गए हैं या नहीं। इस प्रकार बहुत सारे पैरामीटर्स होते हैं जिनके पूरे होने पर ही कोचिंग संस्थान संचालित करने की अनुमति दी जाती है। लेकिन झुंझुनू शहर की बात करें तो यहां गलियों में कुकरमुत्ते की तरह कोचिंग संस्थान खुल चुके हैं इन संस्थानों में इन विभिन्न पैरामीटर्स की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं जो प्रशासन के जांच का विषय है। अभी हाल ही में जिला प्रशासन द्वारा इन कोचिंग संस्थानों की जांच की जा रही है इस संबंध में अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि छोटे-मोटे सभी कोचिंग संस्थानों की लिस्टिंग की जा रही है और तहसीलदार द्वारा लगभग 15 कोचिंग संस्थानों की जांच की गई है औरों की जा रही है। इसमें देखते हैं सक्षम अथॉरिटी से अनुमति ली गई है या नहीं ली गई है। भवन है वह कन्वर्टेड है या नहीं है। अग्निशमन की उसमें क्या व्यवस्था है और पार्किंग की क्या व्यवस्थाएं हैं। वहां पर जो स्टाफ काम कर रहा है वह पर्याप्त है और प्रशिक्षित है या नहीं है। इसके अलावा जो भी कोचिंग संस्थान संचालित करने के लिए मानदंड निर्धारित हैं उनके अनुसार वहां पर कार्य किया जाता है या नहीं है। वहीं जिला प्रशासन भी मान रहा है कि इन कोचिंग संस्थानों में सरकारी मानदंडों की अनदेखी की जा रही हैं। अभी हाल ही में प्रशासन हरकत में आया है जिसको लेकर इन कोचिंग संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है। अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने बताया कि कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों की क्या समस्याएं हैं इस मामले में भी जांच की जा रही है। वही लगभग साल भर पहले मंडावा मोड़ स्थित एक कोचिंग क्लासेस जिनकी अन्य शहरो में भी शाखाएँ संचालित है, के बाहर छात्रों ने जमकर हंगामा मचाया था उस वक्त छात्रों ने कोचिंग संस्थान में विभिन्न प्रकार की अनियमितताओं के साथ धोखाधड़ी जैसे मामले भी मीडिया के सामने उजागर किए थे वही यह मामला पुलिस प्रशासन तक भी पहुंचा था तथा छात्रों ने कोचिंग संचालक पर दादागिरी और दबंगई की बात भी मिडिया के सामने उठाई थी। वहीं प्रदेश सरकार का एक साल पूरा होने पर आज झुंझुनू सूचना सभागार में प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा के द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में भी कोचिंगो में अनियमितता का मामला उठाया गया जिसमें जिला कलेक्टर रवि जैन ने कहा कि हम उनकी जांच कर रहे हैं और किसी भी प्रकार की व्यवस्थाओं में कमी या अनियमितता पाई जाएगी तो उसके ऊपर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी। नगर परिषद एक्ट का पालन नहीं हो रहा होगा तो कार्रवाई की जाएगी।