बीकानेर में कोरोना के चलते साहसी कदम
चूरू, संभाग के सबसे बड़े पी.बी.एम अस्पताल जहां बीकानेर,चूरू,गंगानगर, हनुमानगढ़ के कोरोना से संक्रमित मरीजों को रखा जाता है और उनका इलाज किया जाता है । पिछले दिनों जब आवश्यक अस्थाई आधार संविदा नर्सिंग कर्मियों ने संदिग्ध कोरोना संक्रमित लोगो के स्कैनिग व उनकी देखरेख से अपनी ड्यूटी का इसलिए विरोध किया कि किसी प्रकार की दुर्घटना पर उनको स्थाई लगे कर्मियों की तरह मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। और इसके चलते नर्सिंग जिला अधीक्षक ने उनकी ड्यूटी हटा दी। वहीं एक आवश्यक अस्थाई आधार पर लगे नर्सिंग कर्मी मो. अब्बास (चूरू) ने ये कहते हुए अपनी ड्यूटी उसी स्थान पर लगवाई की देश और प्रदेश को आज मेरी जरूरत है और मै निस्वार्थ अपने देश और प्रदेश की सेवा करना चाहता हूं क्योंकि जिस दौर में जीना मुश्किल हो उस दौर में जीना लाज़िम है और अपने अधिकारियों का धन्यवाद किया कि उन्होंने उस पर अपना विश्वास दिखाया और देश की सेवा करने का मौका दिया । इसी के चलते हुए राजस्थान सरकार से गुजारिश है कि आज इस महामारी से निपटने के लिए राजस्थान के संविदाकर्मी नर्सेज अपनी कीमती सेवा दे रहे है तो सभी का आंकड़ा जुटा कर उन सभी नर्सेज को नियमित किया जाये ताकि नर्सेज अपना मान सम्मान पा सके और एक भी नर्स नियमित से अछूती न रहे।