जयपुर : पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग पर पत्रकारों ने विधानसभा को घेरा
आगमी विधानसभा चुनावों में सरकार को सबक सिखाने की हुई बात
जयपुर, राजस्थान सरकार के चुनावी घोषणा पत्र में दर्ज पत्रकार सुरक्षा कानून साढ़े 4 साल बाद भी नहीं बनने पर मंगलवार को जयपुर की विधानसभा का पत्रकारों ने घेराव किया। सुबह 12 बजे पिंक सिटी प्रेस क्लब से सैकड़ों पत्रकारों ने विधानसभा तक रैली का आयोजन किया। आईएफडब्ल्यूजे के प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र सिंह राठौड़ ने पत्रकारों की समस्याओं पर सरकार की वादा खिलाफी की बात बताई। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सैकड़ों पत्रकारों पर हुए झूठे मुकदमे एवं माफियाओं के हमलों से पत्रकार व्यथित हैं। ऐसे में प्रदेश के पत्रकारों को पत्रकार सुरक्षा कानून की नितांत आवश्यकता है। जिसे गहलोत सरकार को विधानसभा से पास कराना चाहिए। नहीं तो प्रदेश के सभी पत्रकार आगामी विधानसभा एवं लोकसभा चुनावों में सरकार को हराने की मुहिम में जुटेंगे।
रैली से पहले जयपुर विधानसभा के बाहर बेरीकेट्स लगाकर भारी पुलिस बल तैनात था। पुलिस अधिकारियों के अनुरोध पर आईएफडब्ल्यूजे के प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र सिंह राठौड़, डॉ मोईन ऊल हक सहित कुल पांच लोगों को विधानसभा के अंदर बुलाया गया। अंदर सरकार का कोई भी मंत्री पत्रकारों की समस्याओं का ज्ञापन लेने नहीं आया। प्रतिनिधि मंडल बिना ज्ञापन दिए जैसे ही बाहर आया तो पत्रकारों में रोष उत्पन्न हो गया। और सभी पत्रकारों ने गहलोत सरकार के खिलाफ हाय हाय की नारेबाजी शुरू कर दी। कई पत्रकार सड़क पर घंटो लेट कर विरोध प्रदर्शन करते रहे। गहलोत सरकार को सद्बुद्धि के लिए हनुमान चालीसा का पाठ भी किया गया। कई पत्रकारों ने भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीना जिंदाबाद जिंदाबाद के नारे भी लगाए।