शहर के निकटवर्ती खाजपुर गांव के ग्रामीणों व विद्युत विभाग के बीच विभाग के कॉन्ट्रैक्ट बेस कर्मचारी कर्मवीर की मौत का विवाद समाप्त हो गया। कई घंटे भाजपा जिलाध्यक्ष राजवीर सिंह शेखावत व प्रधान सुशीला सीगड़ा की बीडीके हॉस्पिटल में समझाईस के बाद भी समझौता नहीं हुआ था। मृतक के परिजन व ग्रामीण अपनी मांगो को लेकर काफी देर तक अड़े रहे। आखिरकर जोनल मैनेजर जेएस मांजू और ग्रामीण एईएन मुकेश चौधरी के समझाईस तथा मृतक के परिवार को सात लाख तक इन्श्योरन्स कम्पनी के माध्यम से विद्युत विभाग अपनी रिर्पोट पेस कर दिलाने व 3 लाख रूपये विद्युत विभाग में ठेकेदार की ओर से मुआवजा देने पर 24 घंटे चले गतिरोध के बाद बीडीके हॉस्पीटल से परिजनों ने शव का पोस्मार्टम करवा लिया। गौरतलब है कि खाजपुर गांव का कर्मवीर जो कि बिजली विभाग में कॉन्ट्रैक्ट बेस पर मजदूरी का कार्य करता था। 6 दिन पहले बिजली विभाग के कर्मचारी मुकेश स्वामी ने कॉन्ट्रैक्ट बेस पर कार्य कर रहे कर्मवीर को अपने साथ लेकर गांव के ही पास में 11000 की लाइन ठीक करने के लिए खंबे के ऊपर चढ़ा दिया कर्मवीर जब खंबे के ऊपर चढ़ गया तो बिजली विभाग की ओर से बिजली को चालू कर दिया गया जिससे कर्मवीर बुरी तरह से बिजली से झुलस गया। जिसको गंभीर हालत में जयपुर के लिए रवाना कर दिया मगर 6 दिन इलाज चलने के बाद में कर्मवीर ने आखिरी सांस ली।