भंडारों पर लगी रोक भी हटी
खाटूश्यामजी, [ प्रदीप सैनी ] खाटूश्यामजी का वार्षिक लक्खी मेला रविवार से शुरू हो गया। मेले में बाबा श्याम के दर्शनों के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं का हुजूम उमडऩा शुरू हो गया। वाहन तो कोई पैदल व पेट पलायन करता हुआ बाबा के दर पर पहुंच रहा है। बाबा श्याम के जयकारे भी जगह जगह गूंजने लगे हैं। इस बीच बाबा श्याम का श्रृंगार कलकत्ता के लाल व सफेद फूलों से किया गया। अद्भुद श्रृंगार से बाबा की छवि भी अलौकिक नजर आ रही है। इधर, मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढऩे की संभावनाओं के मध्येनजर प्रशासन भी अलर्ट मोड में है। खुद कलक्टर भी मेले का बंदोबस्त देखने सुबह खाटूश्यामजी पहुंचे। इससे पहले मेले में श्रद्धालुओं की भोजन व्यवस्था को देखते हुए प्रशासन ने मेले में भंडारों की छूट भी दे दी।
कलक्टर ने की ‘पदयात्रा’, लगाई बाबा श्याम को धोक
मेले की व्यवस्थाओं का जायजा लेने कलक्टर अविचल चतुर्वेदी रविवार को सुबह ही खाटूश्यामजी पहुंच गए। यहां उन्होंने रींगस रोड स्थित मुख्य मेला मार्ग से पैदल चलते हुए निरीक्षण शुरू किया। बिजली ग्रिड, केरपुरा तिराहा, लामिया तिराहा, लखदातार मेले के जिगजेग से होकर वे पैदल ही श्याम मंदिर तक पहुंचे। जहां उन्होंने बाबा श्याम के धोक लगाते हुए मेले के सकुशल संचालन की कामना की।
रींगस रोड के मुख्य मार्ग से प्रवेश, बना नो व्हीकल जोन
खाटू मेले में इस बार भी एक ही प्रवेश मार्ग रींगस रोड से बनाया गया है। जहां से बिजली ग्रिड स्टेशन व चारण खेत के जिगजैग को पार करते हुए श्याम मंदिर में प्रवेश मिल रहा है। पदयात्रियों को ध्यान में रखते हुए रींगस से खाटू सडक़ मार्ग को प्रशासन ने रात को ही नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया। ऐसे में अब वाहनों को मंढा मोड़ से प्रवेश दिया जा रहा है। जो वाया हनुमानपुरा होते हुए रींगस रोड पर बने बिजली ग्रिड के पीछे मैदान में बने पार्किंग में प्रवेश कर रहे हैं। वहीं वाहनों की वापसी अलोदा से होकर पलसाना से रखी गई है। तोरण द्वार के पास बने रोडवेज बस स्टैंड पर रोडवेज बसों का संचालन होगा।
12 बूथ पर 3 पारी में सेवा देंगे 280 चिकित्साकर्मी
बीसीएमओ डॉ.अश्विनी कुमार स्वामी ने बताया कि मेले में चिकित्सा स्टाफ के 12 बूथ स्थापित किए गए हैं। जिसमें करीब 280 चिकित्सक व नर्सिंगकर्मी 8-8 घंटे की 3 पारियों में अपनी सेवाएं देंगे। आपातकाल के लिए अस्पताल परिसर में दो आईसीयू बेड लगाए गए है। करीब दस एंबुलेंस मेले में लगाई गई है।
8 सेक्टरों में विभाजित मेला क्षेत्र
प्रशासन ने संपूण मेला क्षेत्र को 8 सेक्टर में विभाजित किया है। जिसमें पहला सेक्टर श्री श्याम मंदिर परिसर, दूसरा मुख्य मेला ग्राउंड व लाला मांगेराम धर्मशाला, तीसरा सेक्टर लखदातार ग्राउंड व लामियां तिराहा, चौथा सेक्टर चारण खेत व मेला डायवर्जिंग तक, पांचवा सेक्टर खाटू शहर मध्यम भाग, छटवा सेक्टर थाने के पीछे वह बाहरी क्षेत्र, सातवा सेक्टर मंढा रोड से पार्किंग में, पार्किंग क्षेत्र में वाहन निकासी मार्ग, आठवां सेक्टर रींगस-खाटू मार्ग में मंडा मोड तक है।
24 घंटे होंगे बाबा के दीदार
6 से 15 मार्च तक आयोजित होने वाले मेले की शुरूआत रविवार अवकाश के दिन से हुई। जिसके चलते भक्तों की भीड़ बढने के कारण प्रशासन और मंदिर के कपाट 24 खुले रखने का निर्णय लिया है। भोग एवं साफ-सफाई के लिए कुछ देर के लिए दर्शन व्यवस्था को रोका जाएगा। बतादें कि शनिवार को भक्तों की भारी भीड़ होने के कारण मंदिर दिनभर खुला था।
श्रद्धालु इन बातों का रखें ध्यान
- मेले के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा।
- प्रदेश के बाहरी श्रद्धालुओं के लिए 72 घंटे के भीतर की आरटीपीसीआर टेस्ट व कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज की अनिवार्यता होगी। प्रदेश के श्रद्धालुओं को वैक्सीनेशन की दोनों डोज का प्रमाण पत्र दिखाना होगा।
- भंडारों व लाउड स्पीकर के साथ भजन कीर्तन पर रोक होगी।
- प्रसाद व माला चढ़ाने पर रोक रहेगी।