जिला पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद के निर्देशानुसार
चूरू, जिला पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद के निर्देशानुसार जिले में 16 वर्ष से कम आयु के गुमशुदा नाबालिग बच्चों की तलाश एवं पुनस्र्थापना हेतु शुरू हुए विशेष अभियान खुशी- V को लेकर मंगलवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवानंद की अध्यक्षता में जिला कलक्ट्रेट सभागार में बैठक का आयोजन किया गया। इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवानंद ने कहा कि अभियान की सफलता एवं सार्थकता तभी साबित होगी, जब हम सभी मिलकर इसे बेहतर ढंग से संचालित करेंगे। सब लोग आपसी समन्वय एवं बेहतर प्रयासों से काम करेंगे तो निश्चित ही सफलता हासिल होगी। उन्होंने बताया कि अतिरिक्त महानिदेशक (पुलिस) राजस्थान के निर्देशानुसार जिले में एक नवंबर से 31 दिसंबर तक 16 वर्ष से कम आयु के गुमशुदा नाबालिग बच्चों की तलाश एवं पुनस्र्थापना के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। उन्होेंने बताया कि अभियान का उद्देश्य ए.एच.टी.यू. टीम एवं समस्त थानों के बाल कल्याण अधिकारी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, महिला व बाल अधिकारिता विभाग, चाईल्ड वेल्फेयर कमेटी व अन्य गैर सरकारी स्वयं सेवी संस्थाओं से समन्वय स्थापित कर 16 वर्ष से कम आयु के गुमशुदा एवं लावारिस बच्चों की तलाश कर समाज में पुनस्र्थापना एवं समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है। अभियान के दौरान चूरू जिले के सभी बस स्टैण्ड, रेल्वे स्टेशन, सड़क, चौराहों पर भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चाें का पुनर्वास किए जाने का प्रयास किया जाएगा।
बैठक में एएचटीयू प्रभारी उप निरीक्षक मोहम्मद शमशाद, आरपीएफ से सहायक उप निरीक्षक राजेश चौधरी, राजगढ़ आरपीएफ के सहायक उप निरीक्षक रामकिशोर सैन के अलावा बाल कल्याण समिति, समाज कल्याण विभाग, श्रम विभाग, जन सम्पर्क विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, चाईल्ड हैल्प लाईन के पदाधिकारी एवं प्रतिनिधि एवं समस्त थानों से बाल कल्याण अधिकारी उपस्थित रहे।