प्रशासन तथा ग्रामीण पहुंचे मौके पर
गुढ़ा गौडजी,[कैलाश बबेरवाल] किशोरपुरा गांव की पहाड़ी के उत्तरी जंगल की तलहटी में आज गुरुवार को अचानक आग लग गई। आग की लपटें इतनी तेज थी की चँवरा चोफूल्या तक दिखाई देने लगी। जिसकी सूचना मंजू देवी ने अपने पति राजेश खटाणा को दी तो राजेश खटाणा ने तुरन्त गांव के सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश मीणा किशोरपुरा व जेपी खटाना को दी। जिसके बाद इन लोगों के नेतृत्व में ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। गांव के उंडिया नाला, फूटी जोड़ी, धोल्या भाटा में लगी आग को समय पर नहीं बूझाया जाता तो ये आग पूरे पहाड़ी क्षैत्र के कई किलोमीटर जंगल में फैल सकती थी। पहाड़ी के पश्चिम मे बसे घाटीपुरा, बान्डया नला, भैरूनगर के लोगों को भी खतरा पहुँचा सकती थी आग। साथ ही लाखों जीव-जन्तुओं की जान भी जा सकती थी। हलाकि इस अग्नीकांड मे भी सांप व अन्य वन्य जीव अगनी की भेंट चढ़ गये। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार 2 से 3 किलोमीटर दूर से आकर इस लॉक डाउन में अपनी जान जोखिम में डालकर इस आग को बुझाने का श्रेय आदिवासी मीणा सेवा संघ के प्रदेश प्रधान सुरेश मीणा किशोरपुरा, राजेश खटाणा, जे पी खटाणा, विनोद मास्टर, वनपाल बाबूलाल को जाता है। इनके इस साहस भरे कार्य को वहाँ मौजूद लोग ही नहीं पुलिस प्रशासन ने भी सराहा। आग की खबर के बाद चंवरा पुलिस चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर जय दयाल, पुलिसकर्मी कानाराम ने मौके पर पहूंच कर घटना का जायजा लिया। इस मौके पर बबलू सैनी, नारायण सांई, महेश मेघवाल, लीलाराम भोपा, मूरारी जांगिड भी मौजूद थे।