बैठक आयोजित कर किया गया विचार-विमर्श
चूरू, कृषि उपज मण्डी समिति, चूरू के सभा कक्ष में आज बुधवार को किसानों, कृषक प्रतिनिधियों, जनप्रतिनिधियों की बैठक आयोजित कर ’कृषक कल्याण शुल्क’ को लेकर विचार-विमर्श किया गया। सचिव सुनील गोदारा ने बताया कि बैठक में उपस्थित समस्त प्रतिनिधियों को ’’कृषक कल्याण शुल्क’’ के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई एवं बताया गया कि ’’कृषक कल्याण शुल्क’’ का प्रयोग केवल किसान हित में ही किया जाएगा। सरकार द्वारा स्थापित ’’कृषक कल्याण कोष’’ में ही उद्ग्रहित शुल्क जमा किया जाएगा जिसका प्रयोग केवल कृषक कल्याण की विभिन्न योजनाओं/गतिविधियों के संचालन में ही किया जावेगा। यह किसी प्रकार से किसानों से वसूल नही होगा। केवल कृषि उपजों के क्रेता अनुज्ञापत्रधारी व्यापारियों से ही वसूल होगा। अतः किसी प्रकार के भ्रम या भ्रांतियों में न आएं। साथ ही मण्डी शुल्क के बारे में जानकारी दी गयी कि यह राजस्थान में पड़ौसी राज्यों हरियाणा, पंजाब, आदि से काफी कम है। इन राज्यों में मण्डी शुल्क के साथ-साथ विकास शुल्क भी पहले से लिया जा रहा है। राजस्थान में मण्डी शुल्क 0.01 प्रतिशत से 1.60 प्रतिशत तक है जबकि इन राज्यों में यह 2 से 3 प्रतिशत तक वसूला जाता है जो राजस्थान से तुलनात्मक रूप से काफी अधिक है।