बुहाना [सुरेंद्र डैला ] विजयदशमी पर्व पर रायपुर अहिरान गांव में कुमावत समाज के 24 गांवों के प्रमुख लोगों की बैठक हुई। जिसमें कुमावत समाज में मृत्यु भोज नहीं करने का सामूहिक फैसला लिया गया । कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा की मृत्यु भोज एक सामाजिक बुराई है यह एक अभिशाप है। मृत्युभोज न करेंगे न करने देंगे। समाज की विसंगतियों को दूर करने के लिए समाज को एकजुट होने की बात कही। उन्होंने समाज के आर्थिक हानी से उबरने के लिए व बुराइयों में खर्च होने वाले रुपए को बालिका शिक्षा पर खर्च करने का संकल्प लिया। वक्ताओं ने कहा कि समाज का बहुत बड़ा कमजोर वर्ग आज भी मिट्टी के साथ कसरत कर रहा है। उनमें शिक्षा के प्रति जागृति लाने के लिए शिक्षा पर जोर देने पर बल दिया । मृत्यु भोज जैसी बुराइयों पर होने वाले आर्थिक नुकसान को बचाकर सामाजिक प्रगति के लिए बालिका शिक्षा पर खर्च करने के लिए बल दिया । कुमावत समाज की पहली बार हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा मेघवाल समाज ने बहुत पहले मृत्यु भोज बंद कर दिया है उनसे प्रेरणा लेकर समाज को दिशा तय करनी चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता दुर्गा प्रसाद दुलोठ ने की। इस अवसर पर सुरेश कुमार कुमावत, सीताराम पेंटर, हरिराम वर्मा, हीरालाल पचेरी खुर्द, नवरंग सिंह, रोशन लाल कुमावत पचेरी, चिरंजी लाल कुमावत डूमोली खुर्द, निरंजन पचेरी खुर्द, कैलाश पाथरोली, दुर्गा प्रसाद, सेडूराम निहालोठ, विक्रांत कुमावत मोई भारू, रोहतास बलाह कला, रणधीर मास्टर, यादराम, कैलाश बुहाना, लक्ष्मी नारायण कुमावत सहड, हनुमान प्रसाद कुमावत, लीलाराम, नवरंग सिंह आदि लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन हरिराम वर्मा ने किया। इस मौके पर 24 गांव की मृत्युभोज बंद करने के लिए टास्क फोर्स कमेटी बनाई। जिसमें अध्यक्ष सुरेश कुमार कुमावत, उपाध्यक्ष हनुमान प्रसाद कुमावत पचेरी, सचिव लीलराम कुमावत, कोषाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण कुमावत सहड, संरक्षण यादराम खंदवा, कानूनी सलाहकार मनोज कुमावत व प्रचार मंत्री सीताराम पेंटर को बनाया गया।