रैवासा पीठाधीश्वर ने करवाया संकल्प, देशभर में घर-घर हो रहे है पाठ
विप्र फाउंडेशन के आरोग्य सिद्धि दिवस अनुष्ठान में सर्व समाज भी जुड़ा
जरूरतमंदों को किया जा रहा है राशन सामग्री का वितरण
रैवासा, आध्यात्मिक जगत ने भी परशुराम जयंती से कोरोना को हराने के लिए पूरी संकल्पबद्धता के साथ मोर्चा खोल दिया। ब्राह्मणों के वैश्विक संगठन विप्र फाउंडेशन तो इसके लिए बकायदा दुर्गा सप्तशती के महामारी नाशक मंत्र के एक करोड़ जप करवा रहा हैं। महामारी नाशक ‘ऊँ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते।’ मंत्र जाप की शुरुआत आज शनिवार शाम रैवासा में प्रदोष काल से की गई। महाराज ने विश्वास व्यक्त किया कि इस अनुष्ठान के कारण निश्चय ही भारत को इस महामारी के विनाश का मार्ग उपलब्ध होगा और ये महामारी भारत छोड़कर भागेगी। रैवासा पीठाधीश्वर राधवाचार्य महाराज वेदांती ने ऑनलाइन संकल्प दिलवाया ताकि देशभर में जिन लोगों ने मंत्रजाप का संकल्प लिया है वे अपने-अपने घरों में बैठ मंत्र जाप कर सके। रैवासा में विफा के संरक्षक पशुपतिनाथ शर्मा व राष्ट्रीय मंत्री विष्णु पारीक भी उपस्थित थे। विफा के राष्ट्रीय संरक्षक पशुपतिनाथ शर्मा ने बताया कि रैवासा पीठाधीश्वर के मार्गदर्शन में ही एक करोड़ मंत्रों का जाप देशभर में हो रहा है। विफा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य राकेश लाटा के अनुसार चार दिवसीय आरोग्य सिद्धि अनुष्ठान आयोजन की कड़ी मेंं जरूरतमंदों को भोजन थाली उपलब्ध करवाने के संकल्प के तहत आज चूरू में विप्र फाउंडेशन के संरक्षक बनवारी लाल सोती कोलकाता की ओर से सोती चेरिटेबल ट्रस्ट से जारी 500 राशन पैकेट का वितरण प्रारम्भ किया गया,जबकि तारानगर में भगवती प्रसाद शर्मा की अगुवाई में एक हजार भोजन पैकेट जरूरतमंदों को वितरित की गई। अनुष्ठान के सीकर जिला प्रभारी रामगोपाल सुन्दरिया ने बताया कि पूरे शेखावाटी अंचल सहित देशभर में मां दुर्गा के महामारी नाशक मंत्रों के जाप में बड़ी संख्या में लोग जुटे हुए हैं। सीकर जिले को यह सौभाग्य मिला है कि देशव्यापी अनुष्ठान आयोजन की शुरुआत सीकर से हुई है। इस बीच जयपुर में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां और सांसद रामचरण बोहरा भी रेल्वे स्टेशन स्थित परशुराम सर्किल पहुंच विफा के आरोग्य सिद्धि कार्यक्रम में शामिल हुए और पूजा-अर्चना की,जबकि चित्तौड़ सांसद सीपी जोशी ने चित्तौड़ में विफा की पूजा-अर्चना में भाग लिया। देशभर में भी सभी प्रमुख महानगरों कोलकाता, मुम्बई, हैदराबाद, बैंगलुरू, सूरत, अहमदाबाद आदि सहित आदिवासी अंचल के सुदूर गांव-ढाणियों और कस्बों तक में मंत्र जाप और जरूरतमंद को भोजन थाली उपलब्ध करवाने का सिलसिला शुरू हो गया। आरोग्य सिद्धि दिवस अनुष्ठान का समापन 28 अप्रैल को आद्य शंकराचार्य की जयंती के दिन पूर्णाहुति के साथ होगा। कोरोना की महामारी को देखते हुए सोशल डिस्टेसिंग का विशेष ध्यान रखते हुए ही घर-घर पाठ का यह आयोजन देशभर में एक साथ किया गया हैं। मंत्र जाप की खास बात यह है कि इसमें ब्राह्मणों के अलावा अन्य सनातनी (सर्व समाज) भी स्वेच्छा से आगे आ जुड़ा है। झुझुंनूं जिले के बिसाऊ कस्बे में तो एक हरिजन बालक और जनजाति के दो प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने संकल्प ले मंत्रोजाप प्रारंभ किया हैं।