सेहला व गौरीसर में किया महानरेगा कार्यों का निरीक्षण
चूरू, जिला कलक्टर संदेश नायक ने आज शुक्रवार को जिले के रतनगढ़ ब्लॉक के गौरीसर व सेहला में महात्मा गांधी नरेगा योजना में चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने सेहला के पुरखाणा जोहड़ खुदाई एवं पायतन समतलीकरण एवं मेड़बंदी कार्य का निरीक्षण किया, जहां पर 49 श्रमिक कार्य पर मिले, इतने ही श्रमिकों की उपस्थिति मस्टररोल में दर्ज की गई थी। जिला कलक्टर ने निरीक्षण में पाया कि कोविड-19 के तहत सरकार के दिशा-निर्देशोंं के अनुरूप कार्यस्थल पर श्रमिकों का व्यक्तिगत नियोजन किया जा रहा है तथा सोशल डिस्टेेंसिंग का पालन किया जा रहा है। कार्यस्थल पर कार्य की स्वीकृति, तकमीना मेट के पास उपलब्ध था। जिला कलक्टर ने श्रमिकों द्वारा निर्धारित टास्क अनुसार कार्य करवाने के लिए उपस्थित मेट एवं कनिष्ठ सहायक को निर्देश प्रदान किए गए। बीडीओ दिनेश मिश्रा ने बताया कि गत पखवाड़े इस कार्य पर औसत मजदूरी 111 रुपए रही है, जिस पर जिला कलक्टर ने अधिक कार्य करवाते हुए मजदूरी बढ़ाने के निर्देश दिए। कार्यस्थल पर पेयजल, छाया की व्यवस्था संतोषजनक पाई गई। सेहला के ही जैलाणी गोचर में चारागाह विकास कार्य के निरीक्षण के दौरान मस्टररोल में दर्ज उपस्थिति के अनुसार ही 28 श्रमिक उपस्थित मिले। कार्यस्थल पर कार्य की स्वीकृति, तकमीना मेट के पास उपलब्ध नहीं था। जिला कलक्टर ने ग्राम पंचायत के कनिष्ठ सहायक एवं कनिष्ठ तकनीकी सहायक को साईट पर कार्य की स्वीकृति, तकमीना अविलंब उपलब्ध कराने के निर्देश प्रदान किए गए। मौके पर श्रमिकों द्वारा खाई-फेंसिंग का कार्य किया जा रहा था। जिला कलक्टर ने ग्राम पंचायत को चारागाह में सेवण घास लगाने के निर्देश प्रदान किए। कार्यस्थल पर पेयजल, छाया की व्यवस्था संतोषजनक पाई गई। जिला कलक्टर ने गौरीसर में सार्वजनिक चारागाह विकास कार्य किया। मस्टररोल में दर्ज उपस्थिति के अनुसार 66 श्रमिक उपस्थित मिले। कार्यस्थल पर कार्य की स्वीकृति, तकमीना मेट के पास उपलब्ध नहीं था। ग्राम पंचायत के कनिष्ठ सहायक एवं कनिष्ठ तकनीकी सहायक को साईट पर कार्य की स्वीकृति, तकमीना अविलंब उपलब्ध कराने के निर्देश प्रदान किए। मौके पर श्रमिकों द्वारा खाई-फेंसिंग का कार्य किया जा रहा था एवं श्रमिकों द्वारा निर्धारित टास्क अनुसार कार्य करवाया जा रहा था। ग्राम पंचायत को चारागाह में सेवण घास लगाने के निर्देश प्रदान किए गए। कार्यस्थल पर पेयजल, छाया की व्यवस्था संतोषजनक पाई गई। निरीक्षण के दौरान विकास अधिकारी, सहायक कार्यक्रम अधिकारी, कनिष्ठ तकनीकी सहायक उपस्थित थे। कार्यस्थल पर निर्धारित टास्क के अनुसार कार्य करवाने एवं न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने के लिए कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश प्रदान किए गए। यदि मेट के द्वारा निर्धारित टास्क का कार्य नहीं करवाया जा रहा है तो उसे ब्लैकलिस्ट करने की कार्यवाही की जाए।