श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने
फतेहपुर शेखावाटी(बाबूलाल सैनी) आज बुधवार को जिला महासचिव प्रताप सिंह नारी के नेतृत्व में 24 जून को श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने फतेहपुर उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री शिक्षा मंत्री व जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया की कक्षा 10 में इतिहास की पुस्तक के अध्याय 2 में महाराणा प्रताप से जुड़ी सामग्री में बदलाव कार्य दुर्भावना वंश युद्ध में अकबर की सेना की असफलता सिद्ध करने वाले तथ्य हटाए गए और यह भ्रम पैदा किया गया कि हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप की हार हुई थी। जबकि 2017 से चल रही पुस्तक मैं इतिहासकारों के पाठ्यक्रम कमेटी ने अनेक इतिहासकारों के आकलन के आधार पर उन तत्वों ने किया गया था जिसमें अकबर की असफलता सिद्ध करते हैं इसी तरह महाराणा प्रताप के पुत्र अमर सिंह के द्वारा अब्दुल रहीम खानखाना के परिवार की स्त्रियों को बंदी बनाकर लाने पर महाराणा प्रताप के नाराज होने पर उन्हीं से कुशल उनके शिविर में छोड़ कराने का आदेश के प्रसंग को भी हटा दिया गया है। जिसमें महाराणा प्रताप के उदार चरित्र व मानवीय गुणों के प्रति उन्हें उच्च कोटी के समर्पण की झलक मिलती है साथ ही जिसे विद्यार्थी को हर परिस्थिति में मानवियता का पालन करने की प्रेरणा मिलती है माननीय इन बदलावों से स्पष्ट होता है कि हमारे महान पूर्वजों के उज्जवल इतिहास की पत्ती आपकी सरकार व शिक्षा विभाग दुर्भावना वैकुंठा से ग्रसित हैं पूर्व में भी शिक्षा मंत्री जी के द्वारा महाराणा प्रताप पर विवादास्पद बयान दिया गया था। जिसकी सभी तरह आलोचना होने पर मीडिया के सामने शिक्षा मंत्री ने महाराणा प्रताप की महानता तो स्वीकार की लेकिन पुस्तक से अपनी पसंद के अनुसार बदलाव भी कर दिया है माननीय गौरवपूर्ण इतिहास संपूर्ण समाज की आती है जिससे आने वाली पीढ़ी प्रेरणा लेकर अपने भावी जीवन की दिशा व दशा तय करती है। ऐसी किसी व्यक्ति की व्यक्तिगत दुर्भावना बस उसके साथ छेड़छाड़ करना प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था के लिए गंभीर दुर्भाग्य है हम आपसे निवेदन करते हैं कि इस बदलाव को दुरुस्त कराया जाए वह अपेक्षा करते हैं कि किसी की व्यक्तिगत पसंद नापसंद बैठा एवं दुर्भावना के कारण भावी पीढ़ी को उदास मानवीय गुणों के प्रेरणा देने वाले इतिहास से आप की सरकार के विभाग कोई छेड़छाड़ नहीं करेंगे। ज्ञापन देने में प्रताप सिंह नारी महिंद्र सिंह फदनपुरा, राहुल चौहान, गजेन्द्र सिंह ठठावता आदि उपस्थित थे l