राजीव गांधी आईटी केंद्र से
चूरू, जिला कलक्टर संदेश नायक ने कहा है कि कोरोना वायरस जितनी बड़ी बीमारी है, उससे बचाव भी उतना ही आसान है- बस अपनी हाईजीन पर ध्यान दें, अपने स्थान को सेनेटाइज करें, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें। होम आईसोलेशन सबसे बेहतर उपाय है। बिना काम के लोग बाहर नहीं निकलें और इस महामारी से बचाव को अपना राष्ट्रीय दायित्व समझकर काम करें। जिला कलक्टर शनिवार को राजीव गांधी आईटी केंद्र से वीसी के जरिए राजस्व अधिकारियों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव, रोकथाम एवं इलाज की तैयारियों को लेकर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोई भी अधिकारी, कर्मचारी कोरोना वायरस संक्रमण को हल्के में नहीं ले। जरा सी लापरवाही से स्थिति गंभीर हो सकती है। इस संक्रमण से बचाव को लेकर केंद्र व राज्य सरकार अत्यंत गंभीर है। सरकार एवं प्रशासन के स्तर पर समस्त जरूरी उपाय किए जा रहे हैं लेकिन सबसे ज्यादा जरूरत इस बात की है कि लोग खुद इस बात को समझें और जरूरी ऎहतियात बरतें। इसलिए उपखंड अधिकारी समस्त व्यवस्थाओं की मॉनीटरिंग करें और देखें कि सभी अधिकारी, कर्मचारी लोगों को कम से कम बाहर निकलने के लिए कन्वींस करें। विदेश व दूसरे प्रदेशों से आए लोगों की सूचना प्रशासन को दें। सार्वजनिक स्थानों को सोडियम हाइपोक्लोराइड आदि से से सेनेटाइज कराएं। जिला कलक्टर ने कहा कि प्रशासन, पुलिस व चिकित्सा विभाग से जुड़े लोग समस्त सावधानी बरतते हुए जन स्वास्थ्य के लिए जरूरी समस्त इंतजाम करें। जनता कफ्र्यू सफल हो और अधिकतम लोग इसका पालन करें, यह सुनिश्चित करें। लोगों को कन्वींस करें कि सारी सावधानी उनके स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। जागृति रैली, मास्क वितरण समारोह जैसे इवेंट नहीं करें एवं नहीं होने दें। विवाह एवं अन्य सामाजिक समारोह जो स्थगित हो सकते हैं, उन्हें स्थगित करवाएं। जो जरूरी है, उनमें यह कोशिश करें कि ज्यादा लोग एकत्र नहीं हों। आम आदमी अनावश्यक बाहर नहीं घूमें। डीजे आदि पर समुचित कार्यवाही करें। होस्टल वगैरह बंद रहें। होटल, रेस्टोरेंट में बैठकर खाने की सुविधा पर पाबंदी रहे। किसी प्रकार की ट्रेनिंग, खेल गतिविधि संचालित नहीं हो, यह सुनिश्चित करें। धारा 144 की पालना करवाई जाए। जिला कलक्टर ने कहा कि प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की कोताही नहीं हो, समस्त इंतजाम और उपाय किए जाएं तथा जनता में प्रशासन की उपस्थिति और सक्रियता दृष्टिगोचर होनी चाहिए ताकि लोगों में शासन-प्रशासन का इकबाल बुलंद हो और जरूरत पड़ने पर आमजन प्रशासनिक मशीनरी से बेहिचक संपर्क कर सके। विभिन्न धर्मों के धर्मगुरुओं, पुजारियों से बातचीत कर यह सुनिश्चित करें कि धर्मस्थलों पर किसी प्रकार की भीड़ नहीं हो। ब्लॉक स्तर पर कंट्रोल रूम एक्टीवेट कर प्रचार-प्रसार करें। नियमित रूप से की गई कार्यवाही, मॉनीटर किए जा रहे लोगों की सूचना भिजवाएं। ब्लॉक एवं ग्राम स्तरीय सतर्कता समिति को एक्टीवेट करें। इस दौरान वीसी कक्ष में एसीईओ डॉ नरेंद्र चौधरी, एएसपी योगेंद्र फौजदार, एसडीएम मोनिका जाखड़, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय, सीएमएचओ डॉ भंवर लाल सर्वा, डीआरसीएचओ डॉ सुनील जांदू भी मौजूद थे। उपखंड स्तर से सभी उपखंड अधिकारियों ने जिला कलक्टर को तैयारियों व व्यवस्थाओं के बारे में फीडबैक दिया और आश्वस्त किया कि दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी।