मलसीसर में बंको के जोहड़ की गुण में मिली नवजात की नाबालिग मां व पिता का पता चल गया है। नाबालिग के साथ मलसीसर के एक युवक ने शारीरिक सम्बंध बनाए, जिसके कारण वह गर्भवती हो गई। युवक रिश्तेदार ही बताया जा रहा है। परिजनों ने लोक-लाज के कारण इस बात को छिपाएं रखा। बाद में मलसीसर सीएचसी में अवैध तरीके से गर्भपात व प्रसव कराने वाली महिला नर्सिंगकर्मी से सम्पर्क किया जिसने प्रसव करवाया। जन्म के बाद नवजात की नाबालिग मां ने अपनी मां के साथ जोहड में छोडक़र गई थी। मलसीसर स्थित बंको के जोहड़े में लावारिस हालत में नवजात के मिलने पर कलक्टर रवि जैन ने महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक विप्लव न्यौला के नेतृत्व में टीम का गठन किया। जिसमें महिला बाल विकास सहित स्वास्थ्य व पुलिस विभाग के कर्मचारियों को शामिल किया। टीम में शामिल 450 कर्मचारियों ने मलसीसर में गुरुवार सुबह आठ हजार घरों की सघन जांच कर पूछताछ शुरू की। इस दौरान महिला बाल विकास विभाग के उपनिदेशक के नम्बर पर कस्बे की एक महिला ने उन्हें प्रसव होने की जानकारी दी।
-महिला नर्सिंगकर्मी भागी – सूचना पर टीम मलसीसर सीएचसी पहुंची जहां कार्यरत महिला नर्सिंगकर्मी व उसके परिजन भाग गए। पुछताछ कर नर्स के घर पर भी दबिस दी गई लेकिन नर्स वहा से फरार हो गई। जांच में सामने आया कि महिला नर्सिंगकर्मी ने अवैध गर्भपात व प्रसव कराने के लिए किराए का कमरा ले रखा है। प्रतिदिन तीन-चार प्रसव व गर्भपात करवाती है। महिला नर्सिंगकर्मी अवैध गर्भपात व प्रसव कराने के एवज में पांच से 50 हजार रुपए तक वसूलती है।
गौरतलब है कि बुधवार शाम को मलसीसर कस्बे में जिले को शर्मशार करने वाली घटना हुई थी। 24 घंटे पहले जन्मी नवजात को झाडियो में फेंक दिया गया था। रोने की आवाज सुनकर पास से गुजर रहे राहगीर ने जाकर देखा तो बच्ची झाडियो में लिपटी हुई थी। जिसकी सूचना पुलिस को देकर बच्ची को तुरन्त सीएचसी ले जाया गया था वहा हालात खराब होने पर झुंझुनूं के राजकीय बीडीेके अस्पताल में रैफर कर दिया गया था।
वही बच्ची का उपचार कर रहे शिशु विशेषज्ञ डॉ. बी.डी बाजिया ने बताया की कल की तुलना में नवजात की हालात में मामूली सुधार है, लेकिन सांस लेने में दिक्कत हो रही है ओर दौरे भी लगातार आ रहे है।