चिकित्सा मंत्री ने किया ब्रेन स्ट्रोक जागरूकता संबंधी पोस्टर का विमोचन
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चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने
सीकर, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने अपने राजकीय आवास पर शुक्रवार को अमर कमल न्यूरोसाईंसेज़ फ़ाउंडेशन के तत्वाधान एवं हाथोज़ धाम के श्री बालमुकुंदाचार्य की उपस्थिति में ‘ब्रेन स्ट्रोक’ के पोस्टर का विमोचन किया। मीणा को बताया गया कि संस्था पोस्टर के जरिए आमजन को लकवे के लक्षणों के बारे में जागरूक कर रही है। उन्हें बताया गया कि लकवे के रोगी को 4.5 साढे चार घंटे में सीटीस्कैन सुविधायुक्त अस्पताल में पहुँचाने से आवश्यकतानुसार थ्रोमबोलाइसिस उपचार शुरू करने पर लकवे से होने वाली अपंगता एवं मृत्यु से बचाया जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सवाई मानसिंह अस्पताल, जयपुर में मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत सभी तरह की जाँच एवं उपचार की सुविधा निशुल्क उपलब्ध है।अक्यूट स्ट्रोक के रोगियों के लिए सुसज्जित स्ट्रोक आईसीयू की भी सुविधा उपलब्ध है। सरकार का पूरा ध्यान आमजन की सेहत पर है। सरकार की मंशा है कि आमजन बीमार ही नही पड़ें और सदैव निरोगी रहें। फ़ाउंडेशन के रेणु जैन एवं वरिष्ठ न्यूरोलोजिस्ट डॉ आरएस जैन ने बताया कि लकवे के लक्षणों को BEFAST के रूप में आसानी से समझा जा सकता है। B यानी बैलेंस अचानक संतुलन का बिगड़ना, E यानी अचानक धुँधलापन अथवा आँख की रोशनी का चले जाना, F फेस का अचानक चेहरे का टेढ़ापन अथवा एक तरफ़ झुक जाना A यानी आर्म, अचानक एक हाथ अथवा पैर में कमज़ोरी, S यानी स्पीच, अचानक आवाज़ में तुतलाहट अथवा आवाज़ का चले जाना, T यानी टाइम, समय बहुमूल्य है। रोगी को तुरंत स्ट्रोक रेड़ीअस्पताल में पहुंचाएं।