अगर अपनी मेहनत औार काबिलियत पर इंसान को भरोसा हो तो जीवन में कोई भी मुकाम हासिल कर सकता है। इसका उदाहरण निकटवर्ती ग्राम पंचायत बिशनुपरा(ब्राह्मणों की ढ़ाणी) निवासी शरद कुलहरि का भारतीय वायुसेना में बतौर पायलट के पद पर चयन होने पर देखने को मिला है। शरद के इसी भरोसे ने आज उन्हें भारतीय वायुसेना में पायलेट बना दिया। करीब 18 महिने के कड़े प्रशिक्षण के बाद भारतीय वायुसेना अकादमी हैदराबाद से पास हुए। शरद के पिता रणजीत सिंह कुलहरि भी वायुसेना में अधिकारी थे, जो हाल ही में सेवानिवृत हुए है वहीं माता कमला कुलहरि गृहणी है। उनके चयन पर परिजनों व गांव में खुशी का माहौल है।