मानसिक स्वास्थ्य एवं नशा मुक्ति जागरुकता शिविर का आयोजन
चूरू, विश्व मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह के तहत 2 राज बटालियन के कमान अधिकारी कर्नल पंकज कुमार के निर्देशानुसार मानसिक स्वास्थ्य एवं नशा मुक्ति जागरुकता शिविर का आयोजन शुक्रवार को जिला मुख्यालय स्थित लोहिया महाविद्यालय में किया गया किया गया। शिविर में मनोरोग विभाग के सहायक आचार्य डॉ भूपेंद्र यादव एनसीसी कैडेट्स को मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित बीमारियों के लक्षणों को पहचानने , नशे के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों एवं उपचार के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आज भारत में हृदय रोग के बाद सबसे ज्यादा मरीज मानसिक बीमारियों जैसे डिप्रेशन, घबराहट, अनिद्रा एवं नशे की लत आदि के सामने आ रहे हैं। कोरोना महामारी के बाद बदलते आर्थिक एवं सामाजिक परिदृश्य में और भागम भाग वाली जिंदगी में आज मानसिक रोगों से ग्रस्त मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. महावीर सिंह ने बताया कि मानसिक रोग से पीड़ित व्यक्ति अंदर ही अंदर समस्या से जूझता रहता है। उसे अपनी बात कहने के लिए कोई सहायता नहीं मिलती है और वो उचित इलाज एवं मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग से वंचित रह जाता है। मानसिक रोगों को पूर्व जन्मों का फल, ऊपरी हवा का चक्कर, देवी-देवता का प्रकोप मानकर इधर-उधर मरीज को भटकाया जाता है जिससे बीमारी और गंभीर होती जाती है लेकिन यदि इन भ्रांतियों को दूर कर सही समय पर इलाज एवं परामर्श लिया जाए तो मानसिक बीमारियों से निजात पाई जा सकती है। नर्सिंग अधिकारी प्रमोद बांगरवा ने अपने व्याख्यान में सभी कैडेट्स को नशे की प्रवृत्ति के मन और दिमाग पर पड़ने वाले विपरीत प्रभाव के बारे में बताया कि नशे से स्वभाव में परिवर्तन, चिड़चिड़ापन, गुस्सा, उदासी, बेचैनी, नींद की समस्या आदि होते हैं। सभी वक्ताओं ने मानसिक स्वास्थ्य को अच्छा रखने के लिए सभी कैडेट्स को नियमित शारीरिक व्यायाम एवं योग करने, भरपूर नींद लेने, सही समय पर नियमित भोजन करने एवं आपस में संवाद बनाए रखने हेतु प्रेरित किया।कार्यक्रम में लोहिया कॉलेज तथा रूइया कॉलेज के कुल 205 कैडेट्स मौजूद रहे। हवलदार सुरेश, हवलदार सूरज आदि भी उपस्थित रहे। ले. डॉ बी.एल मेहरा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन ले. डॉ हेमन्त मंगल ने किया।