चूरू, राजकीय लोहिया महाविद्यालय के भूगोल विभाग ने देश के प्रतिष्ठित संस्थान आईआईआरएस से आउटरीच कार्यक्रम संचालित करने हेतु एमओयू किया है। प्राचार्य प्रो महावीर सिंह ने बताया कि सुदूर संवेदन व भौगोलिक सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र के सर्वाधिक प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक देहरादून स्थित आईआईआरएस द्वारा आयोजित आउटरीच कार्यक्रमों को करवाने हेतु लोहिया महाविद्यालय के भूगोल विभाग को चुना है, जो महाविद्यालय के लिए गौरव की बात है। विभागाध्यक्ष डॉ एम एम शेख ने बताया कि विभाग इस तरह के संस्थानों से हमेशा जुड़ने की कोशिश करता रहता है ताकि विद्यार्थियों को नई नई तकनीकों की जानकारी रहे और वे समय के हिसाब से रोजगार प्राप्त कर सकें। उनके अनुसार आईआईआरएस द्वारा दिए गए इस अवसर का फायदा उठाते हुए सुदूर संवेदन के क्षेत्र में विद्यार्थियों को तैयार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आज का समय नई तकनीकों के उपयोग का समय है तथा नियोजन व मानव कल्याण के लिए इन तकनीकों का बहुत महत्व है।
विभाग के डॉ रविन्द्र कुमार ने बताया कि इसके अन्तर्गत नगरीय नियोजन, प्राकृतिक संसाधन, स्पेस तकनीक, कृषि एवं जलवायु, भूजल तकनीक मॉडलिंग, मौसम पूर्वानुमान, आपदा प्रबंधन आदि से संबंधित एक दिवस से लेकर एक माह तक के ऑनलाइन कोर्सेज आयोजित किए जाएंगे, जिनके लिए आईआईआरएस की वेबसाइट पर ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा। उन्होंने बताया कि अधिक जानकारी हेतु भूगोल विभाग में संपर्क किया जा सकता है। भूगोल विभाग में सुदूर संवेदन तकनीक में प्रशिक्षित संकाय सदस्य भी हैं, जिसका इस कार्यक्रम में फायदा मिलेगा।
प्राचार्य महावीर सिंह ने आउटरीच कार्यक्रम भूगोल विभाग को आवंटित होने पर विभाग के सभी सदस्यों को बधाई दी। इस अवसर पर विभाग के सदस्य डॉक्टर हेमंत मंगल, डॉक्टर रविन्द्र कुमार, डॉक्टर बिपिन मंडार, डॉक्टर अंजू ओझा, मोनिका शेखावत, वंदना कुमारी तथा स्नातकोत्तर के विद्यार्थी मौजूद रहे।