कुछ दिन पहले झुंझुनू जिले के मुकन्दगढ कस्बे में जमीनी विवाद में घायल हुए शमसुद्दीन की मौत को उसके परिजनो ने हत्या बताया है। मृतक के पुत्र दिलावर हुसैन ने मुकुन्दगढ पुलिस पर आरोपियो से मिलीभगत का आरोप लगाया है। दिलावर हुसैन ने बताया कि मुकुन्दगढ पुलिस आरोपियो को बचाने का प्रयास कर रही है। घटना को 9 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस कोई कारवाई नही कर रही है। अभी तक पोस्टमार्टम रिर्पोट भी नही आई है। उन्होने बताया कि पुलिस ने एक दिन का आश्वासन देकर आरोपियो को गिरफ्तार करने की बता कही थी लेकिन आज कई दिन बीत जाने के बाद भी आरोपी पुलिस गिरफ्त से दुर है। पुलिस सिर्फ आश्वसन दे रही है, 9 दिन बीत जाने के बाद भी मामले मे कोई कारवाई नही हुई। दिलावर हुसैन ने बताया की उनको मुकुन्दगढ थाने पर भरोसा नही रहा है , उन्होने पुलिस अधीक्षक से जांच करने की गुहार लगायी है। दिलावर हुसैन ने बताया की आरोपी खुले में घूम रहे है ओर हमारे परिवार को जान से मारने की धमकी दे रही जिससे हम सभी डर के साये में जी रहे है। घटना से पहले मृतक शमसुद्दीन व उसके परिजनो ने कलेक्टर व एसपी से मदद की गुहार लगाई थी, लेकिन प्रशासन की अनेदखी के कारण समसुददीन को अपनी जान से हाथ धोना पड गया। गौरतलब है की 19 जनवरी को दोनो पक्षो ने क्रॉस मारपीट का मामला दर्ज करवाया था। जिसमें मृतक शमसुद्दीन ने घोडीवारा कला के पीर मोहम्मद, सानू, अजीज, आदिल, मुबारिक, सदाम व इकबाल सहित अन्य के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट करने का आरोप लगाया था। उधर क्रॉस रिर्पोट में पीर मोहम्मद ने शमसुद्दीन, मुन्नी, दिलावर, इरफान, मोबिन पर मारपीट का आरोप लगाया था। लेकिन तीन दिन बाद मारपीट में घायल हुए शमसुद्दीन तबीयत बिगडने से मौत हो गई थी। जिसको परिजनो ने हत्या बताते हुए हंगामा किया किया था जिसके बाद बोर्ड से मृतक का पोस्टमार्टम करवाया गया था जिसकी 9 दिन बीत जाने के बाद भी रिर्पोट नही आई है। मृतक के पुत्र दिलावर हुसैन जांच अधिकारी बदलकर कारवाई की मांग की है।