चूरू, सड़क पर घूमते निराश्रित पशुओं से परेशान शहरवासियों के लिए राहत की खबर है। जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी के निर्देशानुसार चूरू नगर परिषद ने निराश्रित पशुओं को गौशालाओं में भेजने का काम शुरू कर दिया है। नगर परिषद आयुक्त अभिलाषा सिंह ने बताया कि बेसहारा पशुओं को गर्मी के प्रकोप में आश्रय देने के उदेश्य से जिला गोपालन समिति अध्यक्ष व कलक्टर पुष्पा सत्यानी ने जिला में पंजीकृत गौशालाओं को पशुओं की संख्या के अनुसार 10 प्रतिशत बेसहारा गाय व सांड को रखने के आदेश जारी किए हैं। जिला प्रशासन के आदेश पर नगरपरिषद् चूरू द्वारा चूरू शहर में बेसहारा, आवारा पशुओं को पकडकर गौशालाओं में छुडवाने के लिए निकाय में पदस्थापित कार्यवाहक सफाई निरीक्षक व कार्यवाहक सहायक सफाई निरीक्षक के निर्देशन में कार्मिकों की टीम गठित कर शहर में आवारा पशुओं को पकड़कर गौशालाओं में संभालने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक गौशाला में भिजवाये जाने वाले पशुओं के सींगों के पुतवाने का रंग गौशालाओं के अनुसार निर्धारित किया गया है। पिंजरापोल के लिए लाल रंग, गोपाल गौशाला के लिए हरा रंग एवं नन्दिनी गौशाला के लिए पीला रंग निर्धारित किया गया है ताकि गौशाला द्वारा भेजे गए पशुओं को वापस छोडने पर पशुपालन विभाग के अधिकारियों को अवगत करवाया जा सके। नगरपरिषद् टीम द्वारा बेसहारा, आवारा पशुओं को पिंजरे में पकडकर जिन गोशालाओं में पशुओं को संभलाया जा रहा है। उनकी गौशाला प्रतिनिधियों से प्राप्ति भी ली जा रही है। नगरपरिषद् की टीम द्वारा अभी तक 7 आवारा, बेसहारा पशुओं (सांड) को नन्दिनी गौशाला में भिजवाया गया है। इन आवारा, बेसहारा पशुओं को गौशालाओं में संभलाने से आम शहरवासियों को भी आवारा पशुओं से होने वाली दुर्घटनाओं से राहत मिलेगी।