रैवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य जी महाराज ने किया गणपति महिमा का वर्णन
सीकर, स्थानीय परशुराम पार्क के पास स्थित गणेश चौक में श्री गणेश पूजा महोत्सव समिति के तत्वावधान में पाँच दिवसीय गणेश पूजा महोत्सव का आगाज मूर्ति स्थापना के साथ हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में भक्तों ने सम्मिलित होकर भगवान गणपति के जयकारे लगाये। रैवासा अग्रपीठाधीश्वर राघवाचार्य जी महाराज के सानिध्य में अभिजीत मुहुर्त में भगवान गणपति की प्रतिमा स्थापित की गई। प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले इस महोत्सव में भगवान गणेश की भव्य आरती की गई और भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर राघवाचार्यजी महाराज ने भगवान गणपति की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान गणेश देवताओं में सबसे पहले पूजे जाने वाले देव है क्योंकि वे बुद्धि के देवता है। भगवान गणेश बच्चों में विशेष लोकप्रिय हैं। किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने में सबसे पहले गणपति का आह्वान ही किया जाता है, ताकि कार्य सफल हो। आयोजन समिति के रमेश प्रधान ने बताया कि यह आयोजन ६ सितम्बर तक चलेगा, जिसमें प्रतिदिन सुबह-शाम भव्य आरती की जायेगी। इस बार आयोजित हो रहे २३वें आयोजन में विभिन्न सांस्कृतिक एवं धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। रात्रि में भव्य हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया जायेगा, जिसमें शेखावाटी के प्रसिद्ध कवि हरीश हिन्दुस्तानी और अन्य कविगण हास्य रचनाओं से श्रोताओं को गुदगुदायेंगे।