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मीडिया कर्मी पर जानलेवा हमला
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झुंझुनूं शहर में अवैध निर्माण कर्ताओं के हौसले इस तरह से बुलंद है कि वह कानून को भी ठेंगा दिखा रहे हैं। नगरपरिषद् की आड़ में जहां अवैध निर्माण कर्ताओं के रूप में गुंडे पल रहे हैं व आमजन के साथ-साथ मीडिया कर्मियों के साथ भी मारपीट करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। आला अधिकारियों की शह पर झुंझुनंू में अवैध निर्माणकर्ता इस कदर हावी है कि नगरपरिषद् द्वारा सीज किए गए निर्माण भवनों पर भी खुलेआम धड़ल्ले से नगर परिषद और कानून की धज्जियां उड़ाते हुए अवैध निर्माणकर्ता रोजाना खुलेआम निर्माण कर रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के गुढ़ा रेलवे फाटक के पास अवैध तरीके से निर्माण हो रहे कॉम्प्लेक्स पर जब एक मीडिया कर्मी कवरेज करने के लिए गया और आला अधिकारियों को सूचना दी तो उस मीडिया कर्मी को उसका खामियाजा यह भुगतना पड़ा के अवैध निर्माणकारी जो कि एक रिटायर्ड पशु चिकित्सक बताते हैं उसके गुर्गो ने मीडिया कर्मी के ऊपर जानलेवा हमला कर उसका कैमरा भी छीन लिया और उसके साथ इस तरीके से मारपीट की कि उसकी हाथ की हड्डी फैक्चर हो गई। गौरतलब है कि झुंझुनंू के वार्ड नंबर 23 के गुड्डा रेलवे फाटक के पास लगभग 3 महीने से एक अवैध कॉम्प्लेक्स का निर्माण जारी है। अवैध कॉम्प्लेक्स का मालिक एक रसूख वाला और बाहुबली बताते हैं जिसकी दबंगई के आगे नगर परिषद भी बेबस नजर आ रहा है। 3 महीने के दरमियान नगर परिषद ने 3 बार इस कॉम्प्लेक्स को सीज करके इसका सामान तक जब्त कर लिया मगर बावजूद इसके कॉम्प्लेक्स के मालिक बेखौफ होकर धड़ल्ले से निर्माण करके कॉम्प्लेक्स के दो माला तक निर्माण कर दिया है, इसके बावजूद भी नगर परिषद के आला अधिकारी खुद को अनजान बताते हैं, वह कहते हैं कि निर्माण बंद है। आज जब मीडिया कर्मी ने आला अधिकारियों को निर्माण की सूचना दी तो उसके साथ इस तरीके से मारपीट की गई कि मीडिया कर्मियों को एकजुट होकर थाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाना पड़ा। मुकदमा दर्ज करवाते वक्त भी काम्प्लेक्स का मालिक जो कि एक रिटायर्ड पशु चिकित्सक है थाना कोतवाली के इर्द-गिर्द चक्कर काट रहे थे माना जा रहा है कि वह आला अधिकारियों से मिली भगत की जुगाड़ में लगे हुए थे। गौरतलब है कि इसी कॉम्प्लेक्स पर नगरपरिषद् के जिम्मेदार अधिकारी ने 27 मार्च को अपने कर्मचारियों के साथ जाकर इस कॉम्प्लेक्स को सीज करके इसका सामान जब्त किया था रात को सामान जब्त होता है और सुबह इसी कॉम्प्लेक्स पर खुलेआम धड़ल्ले से काम भी किया जाता है इससे लगता है कि झुंझुनंू नगरपरिषद् की भूमिका पूर्ण रूप से संदिग्ध है। अवैध निर्माण कर्ताओं के साथ मिलीभगत नजर आती है माना जा रहा है कि झुंझुनंू तत्कालीन जिला कलेक्टर एस एस सोह्ता ने 49 कॉम्प्लेक्स को अवैध मानते हुए सीज के आदेश दिए थे मगर रसूख के चलते नगरपरिषद् किसी भी कॉम्प्लेक्स पर कार्रवाई अभी तक नहीं कर पाई है। नगरपरिषद् के आयुक्त को भी मीडिया कर्मी के जानलेवा हमले की सूचना देने के लिए बार-बार मीडिया कर्मियों द्वारा फोन किया जाता रहा मगर नगर परिषद आयुक्त ने फोन भी नहीं उठाया।