झुंझुनूताजा खबर

नकली देसी घी बेचने वाले काले कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

आदर्श समाज समिति इंडिया द्वारा

सूरजगढ़, आज बृहस्पतिवार को आदर्श समाज समिति इंडिया द्वारा पुलिस अधीक्षक झुंझुनू जगदीश चंद्र शर्मा को ज्ञापन भेजकर सूरजगढ़ में नकली देसी घी का कारोबार करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग उठाई गई है। सूरजगढ़ में काफी समय से बहुत बड़े पैमाने पर नकली देसी घी तैयार कर व्यापारियों द्वारा बेचा जा रहा था और बाहर भी सप्लाई किया जा रहा था। क्षेत्र की जनता को पैसे लेकर मौत का सामान दिया जा रहा था। मानव जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था। बहुत से लोगों का स्वास्थ्य खराब कर दिया और तरह-तरह की बीमारियों से ग्रस्त कर दिया। गत दिनों जिस तरह से नकली घी बनाने वाली अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ था। उससे साफ जाहिर हो रहा था कि यह सब भ्रष्टाचार की वजह से हो रहा था। शासन प्रशासन में भ्रष्टाचार इस कदर फैल गया कि लोगों के जीवन के साथ ही खिलवाड़ होने लगा है। नकली घी बनाने वाला अवैध फैक्ट्री का मालिक नरेश गुङगुड़ी गिरफ्तार किया जा चुका है। लेकिन शेष आरोपियों पर अभी कोई कार्यवाही नहीं हुई है। अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं होना चिंतनीय है। ऐसे मामलों में लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए। पुलिस अधीक्षक महोदय को अवगत करवाया गया है कि गत दिनों जिला स्पेशल टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कस्बा सूरजगढ़ में नकली घी बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। पुलिस ने सूरजगढ़ के वार्ड नंबर 10 में आरोपी नरेश कुमार गुड़गुड़ी की अवैध फैक्ट्री से फिनाइल व टॉयलेट क्लीनर से बनाया जाने वाला नकली देसी घी भी मौके से बरामद किया था जिसकी कीमत लगभग 50 लाख रुपये थी। मौत का सामान बेचने वाली अवैध नकली घी की फैक्ट्री चलवाने वाले मुख्य काले कारोबारी मुरारी हलवाई की दुकान से भी बड़ी मात्रा में नकली घी बरामद हुआ था। मानव जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाला काला कारोबारी मुरारी हलवाई सरस, अमूल व अन्य ब्राण्डेड कंपनियों की पैकिंग में नकली घी तैयार करवाता था और क्षेत्र के लोगों को मोटे पैसे लेकर मौत का सामान बेचता था। आरोपी नकली देसी घी का व्यापार सात-आठ वर्ष से कर रहे थे। मुरारी हलवाई के अलावा सूरजगढ़ में अन्य व्यापारियों के पास भी नकली घी की सप्लाई होती थी। काले कारोबारी चिड़ावा, पिलानी, झुंझुनू, बुहाना, सिंघाना, सुल्ताना, सहित हरियाणा प्रदेश तक नकली देशी घी सप्लाई करते थे। गौर करने की बात ये है कि इतने लंबे समय से काला कारोबार करने वालों के खिलाफ प्रशासन ने क्यों आंखें बंद कर रखी थी? कहीं ना कहीं प्रशासन भी भ्रष्टाचार में जरूर शामिल रहा है अन्यथा इतने लंबे समय तक नकली देसी घी के रूप में मौत का कारोबार नहीं किया जा सकता है। लंबे समय से लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था। ना जाने कितने लोगों को तरह-तरह की बीमारियां हुई हैं। फूड पॉइजन की वजह से लोग बार-बार मौत के मुँह में जा रहे थे। नकली देसी घी की अवैध फैक्ट्री का खुलासा होने के बावजूद भी प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। इससे साफ जाहिर होता है कि प्रशासन की मिलीभगत से यह काला कारोबार हो रहा था। प्रशासन द्वारा सूरजगढ़ की सभी दुकानों के सैंपल जांच करने चाहिए थे। जहां जहां पर नकली घी की सप्लाई हुई है। उनका काले कारोबारियों को गिरफ्तार करना चाहिए था। उनकी दुकानें सीज की जानी चाहिए थी। मुरारी हलवाई समेत अन्य काले कारोबारियों को गिरफ्तार नहीं किया जाना इस बात का प्रमाण है कि पुलिस प्रशासन ने मामले को अभी तक गंभीरता से नहीं लिया है। क्षेत्र के लोगों में काफी आक्रोश है। क्षेत्र के लोगों के साथ विश्वासघात हुआ है। बहुत बड़ा धोखा हुआ है। लॉकडाउन की वजह से आंदोलन नहीं किया जा रहा है।
आदर्श समाज समिति इंडिया द्वारा काले कारोबारियों की दुकान सीज कर उनको तुरंत गिरफ्तार करने की मांग उठाई गई है। मानव जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाले व क्षेत्र के लोगों की भावनाओं के साथ खेलकर मौत का सामान देने वाले अपराधियों के प्रति किसी तरह की कोई रियायत नहीं बरती जायेगी। इस जघन्य अपराध में शामिल सभी आरोपियों की दुकान सीज की जानी चाहिए और उनकी तुरंत प्रभाव से गिरफ्तारी होनी चाहिए अन्यथा लोगों का आक्रोश आंदोलन में बदल जाएगा।

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