सीकर, जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून वर्ष 2023 पूर्व की भांति राज्य में माह जून में सक्रिय होने की संभावना को देखते हुए जन धन की सुरक्षात्मक उपाय के लिए एन.डी.एम.ए. की गाईडलाईन के तहत उचित प्रबंधन किया जाना आवश्यक है। जिला कलेक्टर ने सिंचाई विभाग को निर्देश दिये है कि 15 जून 2023 से बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित करे। बाढ़ या जलभराव की संभावना में प्रत्येक जिले के संवेदनशील एवं संकटग्रस्त क्षेत्रों का बाढ़ या जलभराव की संभावना में प्रत्येक जिले के संवेदनशील एवं संकटग्रस्त क्षेत्रों का सामना करने के लिए कार्य योजना बनायेंगे। उपलब्ध वायरलैस सैटो को कार्यशील रखेंगे। नावोंं, रक्षा पेटियों, रस्सों, मशालों, टार्चों की व्यवस्था करायेंगे। प्रत्येक तहसील में उपलब्ध संसाधनों को चिन्हत कर उनकी सूची जिला कलेक्टर कार्यालय को संबंधित के मोबाईल नम्बर, स्थान पूर्ण पते के साथ उपलबध करायेंगे। प्रत्येक तहसील में उपलब्ध संसाधनों को चिन्हत कर उनकी सूची जिला कलेक्टर कार्यालय को संबंधित के मोबाईल नम्बर , स्थान पूर्ण पते के साथ उपलबध करायेंगे। गैर सरकारी संगठनों की पहचान कर उनके पास उपलब्ध संसाधन , सामग्री का सुनिश्चितीकरण कर आपदा की स्थिति में उनका उपभोग करने की व्यवस्था करायें। वर्षाकाल में क्षेत्र में बांध, नदी नाले की स्थिति पर गंभीरता पूर्वक ध्यान देवें एवं मरम्मत एवं अन्य कोई चेतावनी से जिला कलेक्टर कार्यालय को अवगत करावें। बांध के गेट खोलने वाले तथा तकनिकी रूप से दक्ष कर्मचारियों की सूची बनाकर अपने कार्यस्थल पर तैनात रहने के लिए पाबंद किया जावे। संभावित संकट की सूचनाएं तत्काल राज्य स्तरीय आपदा नियंत्रण कक्ष व जिला कलेक्ट्रेट कंट्रोल रूम 01572—251008 एवं अन्य विभागों को नियमित रूप से भिजवाना सुनिश्चित करावें तथा मुख्यालय पर हर समय जिम्मेदार अधिकारी की उपस्थिति सुनिश्चित की जावें सिंचाई विभाग द्वारा प्रस्तुत आपदा प्रबंधन योजना 2023 फ्लड कन्टीन्जेंसी प्लाना व फ्लड जोन मैप का अनुमोदन किया गया।
जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग प्रभारी चुन्नीलाल अधीशाषी अभियन्ता वर्षकाल में नियंत्रण कक्ष स्थापित करेंगे। निचले क्षेत्राों में पानी निकालने के लिए पम्प सैट की व्यवस्था सुनिश्चित की जावे। जहां ज्यादा बाढ़ आने की संभावना है वहां व्यापक मात्रा में पम्प सैट की व्यवस्था रखी जावें। उपलबध पम्पसेट की पूर्ण मरम्मत तय करें। पम्पसेटों की व्यवस्था संबंधित के मोबाईल नम्बर, स्थान पूर्ण पते के साथ उपलबध करायेंगे। यदि पम्पसेट जनरेटर, डीजल पम्प सेट विभाग में उपलबध नहीं है तो इसके लिए रेट कॉन्ट्रेक्ट कर ठैकेदार के दूरभाष नम्बर एवं पते से अवगत कराया जावे। पेयजल टंकियों की सफाई , पेयजल क्लोरोफिकेशन की व्यवस्था सुनिश्चित करे ताकि पेयजल जनित बीमारियां फेलने की संभावना नहीं रहें।
खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग वर्षोकाल में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जावे। उचित मूल्य की दुकानों पर गेहूं व अन्य खाद्य सामग्री के भण्डारण, वितरण की समुचित व्यवस्था करेंगे। अतिवृष्टि , बाढ की स्थिति में जरूरतमन्दों को भोजन पैकेट उपलब्ध कराने के संबंध में दर निर्धारण करना सुनिश्चित करें।
बाढ़ की स्थिति में स्वैच्छिक संगठन भी पीड़ित व्यक्तियों तक समय रहते पहुंचे यह सुनिश्चित किया जावे।
स्थानीय निकाय विभाग
जिला कलेक्टर ने स्थानीय निकाय विभाग को वर्षाकाल में नियंत्रण कक्ष स्थापित करने, शहर की सड़कों की आवश्यक मरम्मत, नालों की सफाई की व्यवस्था 15 जून से पूर्व कर ली जावें। निचले स्तर पर, जलभराव वाली कच्ची बस्तीयों के नागरिकों को अस्थायी रेन बसेरा उपलबध कराने के लिए धर्मशाला, सार्वजनिक स्थान को चिन्हित कर लिया जावे। बाढ़ व वर्षो से एकत्रित पानी विशेषकर नवलगढ़ रोड़ बजाज रोड़ राधाकिशनपुरा एवं शिव कॉलोनी के लिए समुचित पम्प सेट एवं अन्य पम्पसेटों का प्रबंध कर सूची इस कार्यालय को उपलबध करावें। मृत पशुओं, मलबा, कचरा आदि को हटाने एवं स्वास्थ्य उपाय जैसे मलेरिया रोधी, कटे हुए फलों एवं सब्जियों को खुले में विक्रय पर प्रतिबंध आदि की व्यवस्था करना सुनिश्चित करे।
उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को वर्षाकाल में नियंत्रण कक्ष स्थापित करने जीवन रक्षक दवाईया, बाढ़ के समय आवश्यकतानुसार मोबाईल चिकित्सा वैन के गठन की व्यवस्था की जावे। बाढ के दौरान तथा उसके उपरान्त फैलने वाली बिमारियों जेसे पीलिया, मलेरिया, त्वचा संबंधी बीमारियों, फूड पॉईजनिंग आदि के ईलाज के लिए दवाईयां उपलब्ध रखी जाने के निर्देश दिये है।
भारत संचार निगम को जिले में जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष का टॉल फ्री नम्बर 01572—251008 को निरन्तर दुरस्त रखा जावे तथा आपदा की स्थिति में भी संचार व्यवस्था अबाधित रखने की व्यवस्था कराई जावे। मानसून सत्र के समय केबल के लिए खुदाई से पूर्व जिला कलेक्टर कार्यालय से अनुमति लेना सुनिश्चित करें, मानसून सत्र में नेटवर्क कनेक्टीविटी जारी रखने का प्रयास रखें। सिविल डिफेन्स :—आपदा के समय त्वरित रेस्पोन्स के लिए राज्य आपदा मोचन दल अपनी प्रशिक्षित टीम, आवश्यक साज—सामान व उपकरण तथा घटना स्थल पर त्वरित रूप से पहुंचने के लिए संसाधन के संबंध में पूर्व आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है।