एनआईसी की ओर से डिजिटल इंडिया सप्ताह कार्यशाला
चूरू, जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने कहा कि आज शासन-प्रशासन और आम जन के बहुत से काम डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से हो रहे हैं। सरकारी योजनाओं में प्रचार-प्रसार और आवेदन से लेकर लाभार्थी तक लाभ पहुंचने का काम ऑनलाइन ढंग से संपादित हो रहा है। ऎसे में जरूरत इस बात की है कि हम डिजिटल माध्यमों के उपयोग को लेकर अधिक जागरुक और अधिक दक्ष हों। जिला कलक्टर बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र की ओर से आयोजित डिजिटल इंडिया वीक कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जहां आमजन में डिजिटल लिटरेसी की जरूरत है, वहीं जो लोग इन प्लेटफॉर्म के जरिए सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं, उन्हें इसमें दक्ष होना चाहिए ताकि ज्यादा बेहतर ढंग से सभी योजनाओं का क्रियान्वयन हो और पात्र-जरूरतमंदों तक उनका लाभ पहुंचे।
जिला सूचना विज्ञान अधिकारी लक्ष्मण सिंह चौधरी ने कार्यशाला में सूचना प्रौद्योगिकी के अन्तर्गत जिले में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र द्वारा संचालित विभिन्न सेवाओं के बारे में बताया। प्रस्तुतिकरण में वित्त विभाग का इंडिग्रेटेड फाइनेंशियल मैंनेजमेंट सिस्टम के तहत पे-मैनेजर, राजकोष, बजट, जीएसटी, ई-ग्रास, सोसियल पेंशन, सिविल पेंशन, वर्क मैनेजमेंट, पीआरआई मोड्यूल्स, राजस्व विभाग का ई-धरती, भू-नक्शा, हथियार लाइसेंस, ई-पंजीयन प्रोजेक्ट, परिवहन विभाग के वाहन रजिस्ट्रेशन एवं सारथी ड्राइविंग लाईसेंस सिस्टम की जानकारी उपस्थित सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को दी गई।
इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामनिवास जाट, अतिरिक्त जिला कलक्टर लोकेश गौतम, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिराम चौहान, जिला रसद अधिकारी सुरेन्द्र कुमार महला, संयुक्त निदेशक डीओआईटी मनोज गर्वा, प्रोग्रामर नरेश छिंपी, जिला साक्षरता अधिकारी ओम प्रकाश फगेडिया, जिला शिक्षा अधिकारी संतोष महर्षि, सहायक निदेशक (जन सम्पर्क) कुमार अजय, सहायक निदेशक, आर्थिक एवं सांख्यिकी डॉ. अनिल कुमार शर्मा, कृषि उपनिदेशक दीपक कपिला, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अरविन्द ओला, वर्षा जानू, सुनील बुडानिया, गोविंद राहड़ सहित विभागीय अधिकारियों ने कार्यशाला में शिरकत की और सूचना प्रौद्योगिकी प्रोजेक्टस से सम्बन्धित जानकारी प्राप्त कर सुझाव दिए।