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विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में अहम भूमिका निभाएगी एनईपी – प्रो दुबे

जेजेटीयू द्वारा आयोजित नेशनल कांफ्रेंस में 220 प्रतिभागियों ने की शिरकत

झुंझुनूं, डायरेक्टर यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन-ह्यूमन रिसाॅर्स डेवलपमेंट सेंटर (जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी, जोधपुर) प्रोफेसर राजेश कुमार दुबे ने कहा है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि युवाओं का रचनात्मक होना समय की मांग है और नई नीति के माध्यम से युवाओं की रूचिकर विषयों के माध्यम से समाज व देश के प्रति उनकी उपयोगिता को सुनिश्चित किया जाएगा।

श्रीजेजेटी यूनिवर्सिटी के कला एवं मानविकी विभाग द्वारा आयोजित इमर्जिंग इंडिया: नेविगेटिंग ऑपर्च्युनिटी एंड चैलेंजेज पर आयोजित नेशनल कांफ्रेंस के प्रथम सत्र में मुख्य वक्ता के तौर पर अपने विचार रख रहे थे। देशभर से कांफ्रेंस में आनलाइन माध्यम से 220 प्रतिभागी जुडे, जिसमें से 101 से अधिक प्रतिभागियों ने पत्र वाचन किया। प्रोफेसर दुबे ने कहा कि अब समय आ गया है कि विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षक भी स्किल डेवलपमेंट टेक्नाॅलाजी, ग्रीन टेक्नाॅलाजी में अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार हो जाएं, तभी विजन इंडिया सफल होगा। प्रथम तकनीकी सेशन में महाराजा अग्रसेन गढवाल यूनिवर्सिटी उत्तराखंड की सहायक प्रोफेसर डाॅ आरती द्विवेदी, राजीव गांधी कालेज ऑफ आर्ट्स एंड काॅमर्स विकरोली मुंबई के प्राचार्य डाॅ अलका मोहन कदम ने भी अपने विचार रखे। दूसरे सत्र में राजस्थान यूनिवर्सिटी जयपुर के राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रोफेसर श्याम मोहन अग्रवाल ने उभरते भारत में राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक एवं ऐतिहासिक भूमिका के महत्व पर प्रकाश डाला व लोकतंत्र के महत्व को बताया। उनके साथ-साथ रिसर्च फाॅर वूमेन स्टडीज एसएनडीटीडब्ल्यूयू मुंबई से सहायक प्रोफेसर डाॅ वत्सला शुक्ला ने भी अपने विचार रखे। यूनिवर्सिटी चेयरपर्सन डाॅ विनोद टिबडेवाला, प्रेजीडेंट डाॅ देवेन्द्र सिंह ढुल, कुलसचिव डाॅ अजीत कुमार, इंटरनेशनल अफेयर्स काॅर्डिनेटर डाॅ अंजू सिंह, चीफ फाइनेंस आफिसर डाॅ अमन गुप्ता ने कांफ्रेस के सफल आयोजन की शुभकामनाएं दी। कांफे्रंस के प्रतिभागियों का स्वागत उद्बोधन परामर्श समिति सदस्या डाॅ मधु गुप्ता द्वारा दिया गया। स्वागत भाषण व सेमीनार विवरण सम्मेलन संयोजिका डाॅ सुशीला दुबे, मंच संचालन इतिहास विभाग की सहायक प्रोफेसर डाॅ नाजिया हुसैन द्वारा किया गया। प्रथम सत्र में वक्ताओं का आभार डीन स्टूडेंट वेल्फेयर डाॅ रामदर्शन फौगाट द्वारा किया गया। कांफें्रस की आयोजन समिति में इतिहास विभागाध्यक्ष डाॅ सोनू सारण, भूगोल विभागाध्यक्ष डाॅ पिंकी कुमारी भी शामिल रहे।

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