जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने जिला स्तरीय जनसुनवाई में सुनीं आमजन की समस्याएं,
सतर्कता समिति की बैठक में किया प्रकरणों पर विचार,
अधिकारियों से कहा- परस्पर सामंजस्य से काम कर जनता को दें राहत, अधिकारीगण रहे मौजूद
चूरू, जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने कहा है कि राज्य सरकार आमजन की समस्याओं के समाधान के लिए अत्यंत गंभीर है तथा इसी सोच के साथ विभिन्न स्तरों पर जन सुनवाई की व्यवस्था शुरू की गई है। किसी भी माध्यम से मिलने वाली शिकायत का अधिकारियों को संवेदनशीलता से निस्तारण करना चाहिए।
जिला कलक्टर गुरुवार को भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र में हुई जिला जन अभियोग एवं सतर्कता समिति की बैठक में विभिन्न प्रकरणों पर विचार-विमर्श करते हुए अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जिला स्तरीय जन सुनवाई में आमजन की समस्याएं सुनकर निस्तारण के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के पवन वीसी के जरिए जन सुनवाई से जुड़े।
जिला कलक्टर ने जन सुनवाई के दौरान एक-एक फरियादी को तसल्ली से सुना और समस्याओं के निस्तारण के लिए मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश दिए। इस मौके पर जिला कलक्टर ने आमजन की पानी, बिजली, स्वास्थ्य, सड़क, सहकारिता और अतिक्रमण समेत विभिन्न मसलों से जुड़ी शिकायतें सुनीं और अधिकारियों को इन समस्याओं के समुचित निस्तारण के लिए कहा। इस मौके पर जिला कलक्टर ने अधिकारियों से कहा कि किसी भी माध्यम से प्राप्त होने वाली आमजन की समस्याओं को गंभीरता से लें और संवेदनशीलता के साथ उसकी सत्यता की जांच कर प्रामाणिक पाए जाने पर यथाशीघ्र आवश्यक कार्यवाही करें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे अपने काम में संवेदनशीलता रखें ही, आमजन के प्रति उनका व्यवहार भी सही होना चाहिए। जिला कलक्टर ने कहा कि आमजन की समस्याओें के समुचित एवं समयबद्ध निस्तारण के लिए ग्राम पंचायत से लेकर जिला स्तर तक जन सुनवाई की व्यवस्था की गई है। अधिकारी बेहतर सेवाओं से यह सुनिश्चित करें कि आमजन को शिकायतों के अवसर ही नहीं मिलें। इसके बाद यदि किसी व्यक्ति की शिकायत प्राप्त होती है तो तत्काल समस्या का समुचित निस्तारण किया जाना सुनिश्चित करें।
इस दौरान वीसी से जुड़े एसडीएम आदि अधिकारियों एवं अन्य संबंधित से लंपी रोग पर चर्चा करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि रोग पर नियंत्रण के लिए प्रभावी उपाय करें और लोगों को समुचित ढंग से जागरुक करें। गौशालाओं में आईसोलेशन सेंटर बनें, दवाओं की उपलब्धता रहे और मृत मवेशियों का समुचित निस्तारण हो। उन्होंने शहरी क्षेत्र में भी रोग नियंत्रण के समुचित इंतजाम के लिए कहा। जिला कलक्टर ने इस दौरान ग्रामीण ओलंपिक खेलों के आयोजन के लिए भी प्रभारी
एडीएम लोकेश गौतम, सीईओ हरीराम चौहान, एसीएफ राकेश दुलार, तहसीलदार धीरज झाझड़िया, सीएमएचओ डॉ मनोज शर्मा, एडिशनल एसपी देवानंद, सानिवि एसई शिशपाल सिंह, पीएचईडी एक्सईएन कैलाश पूनिया, डिस्कॉम एक्सईएन अनिल पूनिया, आईसीडीएस उपनिदेशक डॉ नरेंद्र शेखावत, सीडीईओ संतोष महर्षि, पीएचईडी प्रोजेक्ट एसई राममूर्ति, एसीपी मनोज गरवा, उद्योग महाप्रबंधक नानूराम गहनोलिया, कॉपरेटिव बैंक एमडी मदनलाल, वाटरशेड एसई आनंद सिंह गहलोत, रोजगार अधिकारी वर्षा जानू, जीपीएफ के संयुक्त निदेशक महीपाल मोटसरा, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ अशोक शर्मा, नगर परिषद एक्सईएन पूर्णिमा सहित संबंधित अधिकारीगण बैठक में मौजूद थे।