अपराधताजा खबरसीकर

उप पंजीयक, भू अभिलेख निरीक्षक व पटवारी सहित 11 के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश

न्यायालय ने

दांतारामगढ़, [प्रदीप सैनी ] दूधवा में काश्त की भूमि पर न्यायालय सहायक कलेक्टर फास्टट्रेक दांतारामगढ़ के स्टे व दूसरे पक्ष को पाबंद करने के बावजूद दूसरे पक्ष द्वारा जमीन बेचने के लिए उप पंजीयक विपुल चौधरी से मिलीभगत करके रजिस्ट्री कराने के मामले में एसीजेएम सुरेन्द्र कौशिक ने दो मामलो में तहसीलदार व उपपंजीयक, पटवारी, भू अभिलेख निरीक्षक सहित 11 लोगों के खिलाफ पुलिस को मुकदमा दर्ज कर मामले में अनुसंधान कर नतीजा न्यायालय में पेश करने के आदेश दिए हैं।

दोनों मामलो में कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों से राहत मिलने पर रामनिवास पुत्र दूलाराम निवासी दूधवा ने न्यायालय में दो इस्तगासे पेश किए थे। जिसमें लिखा कि वह अपने पूर्वजों की भूमि पर काश्त करता चला आ रहा है। इस जमीन पर न्यायालय सहायक कलेक्टर फास्टट्रेक दांतारामगढ़ स्टे भी है। न्यायालय सहायक कलेक्टर फास्ट्रेक दांतारामगढ़ में दो वाद पत्र उनवानी लादूराम बनाम किस्तूरी देवी वाद संख्या 511/2013 एवं राधेश्याम बनाम किस्तूरी देवी दावा संख्या 512/2013 विचाराधीन है।

इस संबंध में न्यायालय राजस्व अपील अधिकारी सीकर द्वारा उक्त लोगों को विवादित आराजी कृषि भूमि के संबंध में रिकार्ड व मौके की यथास्थिति बनाए रखने के लिए निर्णय 29/03/2019 के द्वारा स्थाई रूप से पाबंद होने के बावजूद भी न्यायिक आदेश की अवहेलना करते हुए विधि विरुद्ध तरीके से जमीन का बेचान कर दिया, और फिर उप पंजीयक द्वारा उसे रजिस्टर्ड भी कर दिया गया। परिवादी को न्यायालय में शरण लेनी पड़ी। जहां पर एसीजेएम सुरेन्द्र कौशिक ने चल रहे दो मामलों में उपपंजीयन अधिकारी विपुल चौधरी तहसीलदार, रामकुमार भू अभिलेख निरीक्षक रूपगढ़, रोहिताश पटवारी दूधवा, सौताराम जांगिड़ निवासी दूधवा, मंतरा देवी निवासी फतेहाबाद, राकेश कुमार निवासी फतेहाबाद, डिपल रानी निवासी बावड़ीपुर नारनोल, विजयराज सिंह निवासी त्रिलोकपुरा कमलेश कुमार यादव निवासी रानोली, प्रवीण कुमार जांगिड निवासी दूधवा, नरेंद्र सिंह निवासी सीकर के खिलाफ व दूसरे मामले में विजयराज सिंह निवासी त्रिलोकपुरा, कमलेश कुमार निवासी रानोली, विपुल चौधरी तहसीलदार, रामकुमार भू अभिलेख निरीक्षक रूपगढ़ व रोहिताश पटवारी मंडल दूधवा के खिलाफ पुलिस थाने को मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं। रामनिवास बनाम सीताराम के एक मामले में 9 लोगों के खिलाफ तो दूसरे इसी मामले में पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

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