कोचिंग संस्थानों में ब्लड सेम्पलिंग के साथ ही सीकर में छात्रावासों को रात्रि में 9.30 बजे बंद करने की सहमिति
सीकर, जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सीकर में संचालित कोचिंग संस्थानों के संचालकों के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में संचालकों से सुझाव भी मांगे गये। बैठक में जिला कलेक्टर डॉ. यादव ने कहा कि शहर में अवैध रूप से घूम रहे बच्चो पर निगरानी रखें साथ ही कोचिंग संस्थाओं में पढ़ रहें बच्चें जो विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन पर निगरानी रखी जाये की वे कोई गलत रास्ते पर तो नहीं जा रहे है। यदि ऐसा पाया जाये तो तुरन्त जिला प्रशासन को अवगत करवाएं। उन्होंने संचालकों से कहा कि आप सभी का सहयोग रहेगा तो किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सकता हैं । उन्होंने कहा कि बच्चे आपके अन्नदाता के रूप में है । कोचिंग का समय खत्म होते ही बच्चा घर पर जाएगा या फिर हॉस्टल में रहकर पढाई करें तथा कोचिंग के आसपास के एरिया को प्रतिबंधित करें जिससे कोई भी गलत कार्य होने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि बच्चा हॉस्टल से बाहर जाएगा तो उसकी वजह भी आपको मालूम होनी चाहिए कि किस कार्य से जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी कोचिंग संस्थान अपने फायर सिस्टम को सही करें साथ ही बच्चों को जल्द सोने के लिए रूटीन बनाए ताकि बच्चों पर पढ़ाई का दबाव कम हो सकें।
जिला कलेक्टर डॉ. यादव ने निर्देश दिये कि रात्रि 9:30 बजे बाद में कोई भी छात्र छात्रावास से बाहर किसी भी स्थिति में नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने छोटे बच्चों को नशा करते पकड़े जाने के साथ ही नशे के पदार्थ को बेचते हुए पुलिस प्रशासन ने काफी बच्चों को पकड़ा है। उन्होंने संचालकों से कहा कि आप भी बच्चों का पूरा ध्यान रखें की कोई बच्चा नशे का आदि तो नहीं बन रहा है। बच्चे की शारीरिक, मानसिक स्थिति पर ध्यान रखें तथा उनके माता-पिता को भी सूचित करें, साथ ही पुलिस लाईन के कंट्रोल रूम नंबर 01572-270037,वाट्सअप नंबर 9530431200 पर भी सूचित करें।
उन्होंने कहा कि सभी कोचिंग संस्थानों पर सीसीटीवी कैमरें लगाना सुनिश्चित करें ताकि बच्चों पर नजर रखी जा सके। अपने कोचिंग में स्टाफ के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाएं जिससे किसी भी अप्रिय घटना होने पर रोका जा सके तथा पुलिस को भी सूचित किया जा सके। उन्होंने कोचिंग संस्थाओं के बाहर रोड़ पर जो अतिक्रमण कर रखे हैं, इस पर यूआईटी, नगर परिषद कार्यवाही करें साथ ही पार्किंग की व्यवस्था भी सुनिश्चित करे।
एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने कोचिंग संचालकों को स्टूडेंट का वेरिफिकेशन करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि पुलिस कोचिंग में रजिस्टर को चैक करेगी ताकि बच्चों के आने-जाने की समय का पता चल सकें। इसके साथ ही बच्चों के परिजनों को भी इसकी जानकारी दी जाए। कोचिंग से बच्चों के निकलने के बाद भी उनके बारे में जानकारी ली जाएगी।पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नशे से बच्चों को दूर करने के लिए लगातार प्रयास किए जाने चाहिए। बच्चों की रैण्डम चैकिंग बार-बार होनी चाहिए। पढ़ रहे बच्चों की ब्लड टेस्ट करवाना चाहिए। जांच के बाद रिपोर्ट से यह पता चल सकेगा कि कौनसा बच्चा नशे का उपयोग कर रहा है। इसके लिए कोचिंग संस्थान में सेमिनार भी आयोजित की जानी चाहिए जिसमें पुलिस और चिकित्सक की ओर से बच्चों का फिजिकल और नशे से दूर रहने के लिए गाइड किया जाएगा। इस दौरान बच्चे भी पुलिस से खुलकर बातचीत कर सकेंगे और गंभीर बात को भी वह साझा कर सकेंगे। उन्होंने काोचिंग संस्थान की ओर से पुलिस मित्र टीम बनाने की बात भी कही। उन्होंने बताया कि सीकर में हुक्का बार और स्पा सेंटर किसी भी हालत में संचालित नहीं होने दिए जाएंगे तथा इन पर पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी होगी।बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर रतन कुमार, सहायक निदेशक प्रशासनिक सुधार विभाग राकेश लाटा, सीओ सीटी वीरेन्द्र शर्मा, जिला शिक्षाधिकारी रामचन्द्र पिलानिया,जिला परिवहन अधिकारी भारती नैथानी,विभिन्न कोचिंग संस्थानों के संचालक, बैठक से जुड़े संबंधित अधिकारियों ने हिस्सा लिया।