इसे पहले दांता पंचगिरी व दातली तलाई के नाम से भी जाना जाता था
दांतारामगढ़, [सिंह सैनी ] पंचगिरी दांता को खंडेला के राजा वरसिंह देव के पुत्र ठाकुर अमर सिंह ने सन् 1669 में अक्षय तृतीया के दिन दांता के नाम से बसाया था , इसे पहले दांता पंचगिरी व दातली तलाई के नाम से भी जाना जाता था । दांता संस्थापक ठाकुर अमर सिंह से लेकर अंतिम राजा ठाकुर मदनसिंह सहित देश की आजादी तक दांता पर 16 राजाओं ने राज किया था । आजादी के बाद दांता सन् 1952 से सन् 1961 तक नगरपालिका थी उसके बाद दांता को ग्राम पंचायत बना दिया था । बजट 2022 में दांता को 70 सालों बाद फिर नगरपालिका बनाए जाने की घोषणा की गई हैं। दांता को नगरपालिका बनाने के लिए कई सालों से मांग की जा रही थी । इस बार कस्बे के कृषि वैज्ञानिक सुंडाराम वर्मा को सरकार ने पद्मश्री पुरस्कार देकर सम्मानित किया। वर्मा दांतारामगढ़ तहसील में पद्मश्री सम्मान प्राप्त करने वाले दुसरे व्यक्ति बने ।मनीष कुमावत ने कृषि क्षेत्र का सबसे कम उम्र में भारत का पहला वर्ल्ड रिकॉर्ड का खिताब हासिल किया । मनीष ने दुनिया का सबसे लंबा ग्वार उगाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया, जिसकी लंबाई 4 मीटर 38 सेंटीमीटर हैं। मनीष सिर्फ 23 साल की उम्र में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर कृषि क्षेत्र में देश के सबसे कम उम्र में वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल करने वाले पहले नागरिक बन गए है। इस बार शिक्षा क्षेत्र में शाहिना बानो पुत्री जनाब मुंशी रंगरेज दांता ने राजस्थान यूनिवर्सिटी उर्दू विषय मे गोल्ड मैडल हासिल किया ,ऐसा करने वाली शाहिना मुस्लिम समुदाय में दांतारामगढ़ तहसील क्षेत्र की पहली छात्रा है । कस्बे के दानदाता,भामाशाह, सामाजिक कार्यकर्ता हमेशा मानवता धर्म निभाते रहे है । दांता निवासी भामाशाह बनवारीलाल मित्तल प्रवासी कलकत्ता ने कचरा उठाने के लिए पंचायत को एक वाहन भेंट किया साथ ही गौशाला,स्कूल ,अस्पताल, मंदिरों में लाखों रुपए के कार्य करवा रहें है। दांता आज भी पानी सहित अनेक मुलभूत सुविधाओं से वंचित है।