सडक़ किनारे लगाए पेड़ों पर नही दे रहा विभाग ध्यान
सूरजगढ़ [के के गाँधी ] नव निर्मित सीकर लोहारू फोरलेन सडक़ के किनारे वन विभाग द्वारा लगाए गए पेड़ पानी के अभाव में मुरझाने लगे है। सडक़ का कार्य पूर्ण होने के बाद सडक़ निर्माण के समय काटे गए हजारों भारी भरकम पेड़ों के बदले ठेकेदार द्वारा सडक़ के किनारे पेड़ लगाए गए जानवरों से बचाने के लिए उनके चारों तरफ गमले बनवाए गए महीनेभर तक ठेकेदार ने पानी डलवाया लेकिन अब महीनेभर से भीषण गर्मी व चिलचिलाती धूप में पानी के अभाव में पेड़ दम तोडऩे लगे है। जब इस बाबत हाईवे जेईएन से बात की तो उन्होनें बताया कि पेड़ लगाने व उनकी देखभाल करने जिम्मेदारी सडक़ बनाने वाले ठेकेदार की है। ठेकेदार के आदमी कहते है हमारा काम नही है और वन विभाग का कोई अधिकारी आकर सुध तक नही लेता है। ठेकेदार ने लाखों रूपए खर्च कर पेड़ तो गाड़ दिए लेकिन अब उनकी देखभाल करने की जिम्मेदारी किसी के पास नही है। सडक़ निर्माण के समय हजारों बड़े बड़े पेड़ों को धरासाई तो मिनटों में कर दिया लेकिन अब उस खाली जगह को भरने के लिए मेहनत करनी पड़ेगी। अगर सडक़ किनारे लगे छोटे छोटे पेड़ों में जल्द ही पानी नही डलवाया गया तो सडक़ किनारे राहगीरों के लिए शीतल छाया की आस अधुरी रह जाएगी।