पर्यावरण प्रेमी आयुर्वेद कम्पाउंडर राजेंद्र कुमार की ओर से
चूरू, चलकोई गांव के पर्यावरण प्रेमी आयुर्वेद कम्पाउण्डर राजेन्द्र कुमार की ओर से गांव की श्मशान भूमि में एक सौ एक छायादार पौधे लगाए गए हैं। हनुमान मंदिर के पुजारी रिछपाल ने पीपल का पौधा लगाकर पौधारोपण का शुभारंभ किया। इस मौके पर पुजारी ने कहा कि प्रकृति को बचाएंगे, तभी हम मानव सभ्यता को बचा पाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रकृति के लिए संकट खड़ा करके मनुष्य ने अपने ही लिए खतरा पैदा कर लिया है। आज लोगों के स्वास्थ्य और ग्लोबल वार्मिंग जैसी अनेक समस्याएं ऎसी हैं, जो पर्यावरण के विनाश के कारण उत्पन्न हुई है। उन्होंने अपने स्तर पर पौधारोपण कर रहे राजेंद्र कुमार की भरपूर सराहना की। राजेंद्र कुमार ने बताया कि गांव की शमसान भूमि में पूर्व निर्धारित लक्ष्य के अनुसार पीपल, नीम, अरडु़, बरकेण, शीशम, सरेश आदि के एक सौ एक छायादार पौधे लगवाये गए हैं। पूर्व सरपंच शीशराम व रामस्वरूप शास्त्री के सहयोग से भूमि के समतलीकरण व पानी की व्यवस्था की गई है। पौधोें की समुचित ढंग से देखभाल की जाएगी। पौधा रोपण में राजेन्द्र के साथ रामस्वरूप, गोविन्द, महेन्द्र, धन्नाराम, महेश, रामभक्त, दीपक, सुनील, दीवेश, कुलदीप, विक्रम व रितेश की भागीदारी रही। आयुर्वेद से जुडे राजेन्द्र कुमार ने स्वयं के स्तर पर तैयार लगभग 400 औषधीय पौधों के बांटने का लक्ष्य रखा है। शतावरी, आम, मनी प्लांट आदि के पौधे तैयार हैं, जिनका वे निःशुल्क वितरण कर रहे हैं। आयुर्वेद विभाग से जुड़े होने की वजह से उनकी इच्छा है कि लोग इस औषधीय पौधों का महत्त्व समझें और इनका उपयोग करें ताकि नीरोग रहें। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस महामारी के समय में उन्होंने चलकोई में घर-घर जाकर लोगों को जागरुक किया तथा काढ़ा तैयार कर भी पिलाया है।