कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा
झुंझुनू, कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा निकरा (जलवायु समुत्थानशील कृषि पर राष्ट्रीय नवाचार) परियोजना में चयनित ग्राम पंचायत भारू एवं चकबास में खरीफ फसल प्रदर्शन के लिए आदान का वितरण किया गया। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दयानन्द ने बताया कि प्रारम्भ में यह परियोजना ग्राम भारू में 2011 से चलाई जा रही है, गत वर्ष ग्राम चकबास को भी शामिल किया गया। उन्हाेंने बताया कि यह परियोजना कृषि में जलवायु जोखिम को कम करने के लिए केन्द्रीय शुष्क कृषि अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद के दिशा निर्देशानुसार चलाई जा रही है। परियोजना के तहत चयनित दोनों गांवों के कृषको को जयवायु परिवर्तन से कृषि पर पड़ने वाले संभावित कारणाें तथा प्रतिकूल कृषि परिस्थितियों में किस प्रकार अधिकतम उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है, इनके बारे में विस्तार से जानकारी दी। निकरा परियोजना प्रभारी डॉ. आर.एस. राठौड ने बताया कि परियोजना में चयनित कृषकों को मूंग के 20, चांवला के 10 तथा ग्वार के 10 प्रर्दशन किए गए, फसल प्रदर्शन में प्रति कृषक एक एकड क्षेत्र के लिए उन्नत बीज व जैव उर्वरकों का वितरण किया गया। मूंग, ग्वार, चंवला का उन्नत बीज तथा बीज उपचार के लिए जैव उर्वरक के रूप में एन.पी.के व ट्रइकोड्रमा सभी प्रदर्शनों में प्रशिक्षण के उपरान्त कृषको को दिया गया। केन्द्र के उधान विशेषज्ञ डॉ. रशीद खान ने आगामी सीजन में फलदार लगाने के लिए सारगर्भित जानकारी दी। कार्यक्रम में कुल 40 प्रगतिशील कृषकों ने भाग लिया। संचांलन विमल कुमार, एस.आर.एफ, निकरा प्रोजक्ट ने किया।