सोशियल डिस्टेंसिग की पालना करते हुए
बावड़ी [अरविन्द कुमार] कोरोनावायरस जैसी वैश्विक महामारी को मात देने के लिए संपूर्ण भारत में लॉकडाउन है। लोग घरों में रहकर इस बीमारी से लड़ रहे हैं।वहीं पुलिस, पूर्व सैनिक, स्वास्थ्य कर्मी, सफाईकर्मी जैसे तमाम जरूरी सेवाओं से जुड़े कर्मी हैं जो अपनी जान जोखिम में डालकर अपने दायित्वों को बखूबी निभा रहे हैं। ऐसे में सीकर जिले के खंडेला कस्बे के बावड़ी गांव में कोरोना वायरस को मात देने के लिए एनएच 52 से बावड़ी गांव में आने वालें आम रास्ते पर पूर्व सैनिकों एवं गांव के नव युवकों द्वारा बैरिकेट्स लगाकर पहरा दिया जा रहा है।गांव के युवाओं ने ग्रामीणों की सहमति से गांव के सभी रास्तों को सील कर रखा है।बाहर के लोगों पर गांव में आने पर पाबंदी लगाई हुई है। बिना किसी जरूरी काम के गांव के किसी भी व्यक्ति को गांव के अंदर बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है।ऐसे में पूर्व सैनिक एवं गांव के नवयुवक अपनी ड्यूटी बखूबी निभा रहे हैं।आज ग्रामीण डाक सेवक सूरजभान सिंह निठारवाल बावड़ी ने रींगस थानाधिकारी श्रीचंद,सब इंस्पेक्टर अशोक सिंह,चालक सत्य नारायण, एएसआई धर्मपाल सिंह, सरपंच प्रतिनिधि कैलाश बाजिया,246 बटालियन के कॉन्स्टेबल नरेंद्र सोगण सहित 10 पूर्व सैनिकों एवं 21नवयुवकों को पुष्प देकर साफा व तौलिया पहनाकर स्वागत किया।रींगस थानाधिकारी श्रीचंद ने बावड़ी पंचायत के सभी रिटायर्ड फौजियों के ड्यूटी करने के निर्णय की सराहना की तथा उनको सोशियल डिस्टेंसिग कि पालना करने के निर्देश दिए