दांतारामगढ़ के गनोड़ा गांव के किसान की बेटी ने किया सीकर का नाम रोशन
नेपाल में एशियन गेम्स (सैफ) का समापन
दांतारामगढ़, [प्रदीप सैनी ] पड़ौसी देश नेपाल में आयोजित हुए एशियन गेम्स (सैफ) में भारत की महिला कब्बड़ी टीम का प्रतिनिधित्व कर रही राजस्थान पुलिस की महिला कांस्टेबल और सीकर जिले के दांतारामगढ़ तहसील के गनोड़ा गांव के किसान की बेटी ममता कुमारी ढ़ाका को स्वर्ण पदक मिलने पर जिले एवं उसके गांव में खुशी की लहर छाई हुई हैं। गनोड़ा गांव के दिनेश शर्मा, विनोद कुमार सोनी, नरेन्द्र सिंह ढ़ाका, सरदार सिंह, मोती लाल जांगिड़, मनोज कुमार आदि लोगों को जैसे ही ममता को स्वर्ण पदक मिलने की सूचना मिली त्यों ही मिठाइयां बांटकर इस खुशी का इजहार किया। इधर राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी ममता को ट्विटर पर बधाई दी हैं।
-जीवन परिचय : एक नजर में
कब्बड़ी टीम में शामिल ममता कुमारी के पिता महेंद्र सिंह ढाका किसान हैं। मां सजना देवी गृहणी हैं। गांव गनोड़ा में अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के पश्चात आगे की पढ़ाई खाटूश्यामजी में पूरी की। उसने बाद में घर पर ही प्रतिस्पर्धा की तैयारी की जिसके परिणामस्वरूप 2015 में राजस्थान पुलिस में जयपुर कमिश्नरेट से चयन हुआ। उसने अपना प्रशिक्षण आरपीटीसी जोधपुर में पूरा किया। प्रशिक्षण के दौरान वह सबसे अव्वल प्रशिक्षणार्थी रही। जिसकी वजह से उसका चयन डेमो टीम में हुआ। दिसंबर 2016 में टैलेंट सर्च के दौरान कबड्डी टीम में उसका चयन हुआ। इसके बाद कड़ी मेहनत के फलस्वरुप 2019 में ऑल इंडिया पुलिस कंपीटिशन में तीसरा मैडल प्राप्त हुआ जिसके परिणामस्वरूप गैलंट्री प्रमोशन हुआ। वह बाद में सीनियर नेशनल महिला कबड्डी टीम राजस्थान की कैप्टन बनी। लगातार जारी अपनी मेहनत के कारण अब इंडिया टीम में सिलेक्शन हुआ व इसका नेतृत्व करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
-3 वर्ष की कड़ी मेहनत के दम पर किया मुकाम हासिल
कड़ी मेहनत व संघर्ष के परिणामस्वरूप ममता कुमारी 3 वर्ष की अल्पावधि में भारतीय सीनियर महिला कबड्डी टीम में जगह बनाने में कामयाब हुई। जबकि पाँचवीं बटालियन, आरएसी में आने से पूर्व इसका कोई खेल बैक ग्राउण्ड नही था। इस खिलाड़ी ने गत 3 वर्ष तक राजस्थान पुलिस महिला कबड्डी टीम के साथ चौगान स्टेड़ियम जयपुर में अभ्यास किया।
ममता कुमारी वर्ष 2015 में जनरल डयूटी कानिस्टेबल के पद पर भर्ती हुई थी। राजस्थान पुलिस प्रशिक्षण केन्द्र, जोधपुर से बेसिक ट्रेनिंग करने के बाद टेलेन्ट सर्च स्कीम के तहत इस खिलाड़ी का चयन किया गया था। बेसिक ट्रेनिंग के पश्चात इस खिलाड़ी ने दिसम्बर, 2016 से पाँचवीं बटालियन, आरएसी में संचालित अभ्यास शिविर में लगातार अभ्यास किया। यह खिलाड़ी सीकर जिले की दांतारामगढ़ तहसील के गनोडा़ गाँव की रहने वाली है तथा जयपुर पुलिस आयुक्तालय में पदस्थापित है।