चूरू, राजीव गांधी शहरी ओलंपिक खेल अंतर्गत सोमवार को गांव खारिया के खेल मैदान में चूरू के वार्ड 16 एवं वार्ड 18 के बीच हुए क्रिकेट मैच का शुभारंभ राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के उपाध्यक्ष सांवर मल महरिया ने किया। इस मौके पर महरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के लोगों के सर्वांगीण विकास के लिए एक से बढ़कर एक योजनाओं का सूत्रपात किया है, जिनका लाभ आने वाले लंबे समय तक यहां के लोगों को मिलता रहेगा। राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल भी एक ऎसी ऎतिहासिक शुरुआत है, जिससे गांव-गांव, गली-गली की खेल प्रतिभाएं सामने आ रही हैंं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों, युवाओं के लिए खेलों में अपार कैरियर संभावनाएं हैं। इसके अलावा भी प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में कम से कम एक खेल को शामिल करना चाहिए ताकि वह शारीरिक एवं मानसिक तौर पर स्वस्थ रह सके। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ओलंपिक खेल राज्य के खेल इतिहास में मील का पत्थर बनकर दर्ज हो गए हैं। दुनिया में दूसरा ऎसा कोई उदाहरण नहीं है, जहां इतने व्यापक स्तर पर खेलों के विकास और जनता के स्वास्थ्य के लिए इस तरह का आयोजन किया जा रहा हो। महरिया ने कहा कि राज्य में सैकड़ों खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न नियुक्ति दी गई है तथा नौकरियों में खिलाड़ियों का स्थान सुरक्षित किया गया है।
महरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जोरदार कदम उठाए हैं। कोरोना महामारी के दौरान जहां राजस्थान के मॉडल और प्रबंधन को पूरी दुनिया में सराहना मिली, वहीं चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा एक ऎसा अनूठा उदाहरण है, जो दूसरे किसी स्थान पर देखने को नहीं मिलता। आज पूरे देश के लोग चिकित्सा करवाने के लिए राजस्थान के अस्पतालों में आ रहे हैं। राजस्थान की योजनाओं को पूरे देश में एक मॉडल की तरह देखा जा रहा है। ओल्ड पेंशन योजना और आरजीएचएस जैसी योजनाएं राज्य के कर्मचारियों के लिए वरदान बन गई हैं।
पूर्व सरपंच सुखाराम घिंटाला की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम में पंचायत समिति सदस्य शंकर लाल नेहरा ने भी ग्रामीण एवं शहरी ओलंपिक खेलों को राज्य के युवाओं के लिए बेहतर अवसर बताया। एसीबीईओ खालिद तुगलक ने ब्लॉक में हो रही प्रतियोगिताओं की जानकारी दी। वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक रामसिंह सिहाग ने युवाओं को खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और कहा कि खेलों से व्यक्ति का व्यक्तित्व निखरता है और संघर्ष क्षमता का विकास होता है।
इस दौरान रैफरी शारीरिक शिक्षक अमीर खान, उप सरपंच धनाराम, लक्ष्मण राम सहू, हरलाल चाहर, प्रभु, मनोज नेहरा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।