सात फ़रवरी तक करेंगे मांगे पूरी होने का इन्तजार
इस्लामपुर, [जे पी गर्वा ] निकटवर्ती रेलवे स्टेशन रतन शहर पर आमान परिवर्तन के बाद से एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव बंद है। एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर ग्रामीणों ने रेल सुविधा जन संघर्ष समिति रतन शहर के बैनर तले विरोध का बिगुल कल बुधवार 5 फरवरी से बजा दिया है। कल 5 फरवरी से 7 फरवरी तक लगातार तीन दिन ग्रामीण। धरने पर बैठेंगे। धरने पर बैठने वालों में समिति के अध्यक्ष प्रताप राम सैनी, शाहरुख मणियार, आबिद खान, शेर सिंह सैनी, विजय इत्यादि है। वही हम आपको बता दें कि आमान परिवर्तन के बाद से एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर रतन शहर रेलवे स्टेशन से लगने वाले लगभग 40 ग्रामों के लोग क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन तथा रेलवे प्रशासन को अपनी मांग से अवगत करा चुके हैं लेकिन अभी तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है। जिसके चलते उन्होंने अपने आंदोलन को उग्र करने का मन बना लिया है। जिसकी शुरुआत उन्होंने कल बुधवार से धरना प्रदर्शन शुरू कर के कर दी है। समिति के आबिद खान ने जानकारी देते हुए बताया कि हमने हर स्तर पर हमारी मांग को रखने का प्रयास किया लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। 7 फरवरी तक हम यहां पर धरना प्रदर्शन पर बैठेंगे इसके बाद रेलवे के डीआरएम दौरे पर आ रही हैं उन्हें हमारी मांग से अवगत करवाएंगे। यदि इसके बाद भी हमारी सुनवाई नहीं होती है तो आंदोलन को और तेज कर दिया जाएगा जिसके तहत आमरण अनशन भी शुरू किया जाएगा। धरना प्रदर्शन के अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए क्षेत्र के अनेक नेताओं ने रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव को लेकर अपने विचार रखें। उन्होंने बताया कि आजादी के बाद से रतन शहर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव रहा है। इसके अलावा जिला मुख्यालय के बाद में सबसे ज्यादा अधिक आमदनी भी इसी रेलवे स्टेशन के द्वारा दी जाती है। इस रेलवे स्टेशन के नीचे शिक्षा नगरी बगड़ जैसे क्षेत्र लगते हैं साथ ही लगभग 40 गांव से जुड़े हुए हैं। इसी क्षेत्र के अंदर महामाया मंदिर, पाबू धाम, कई नामचीन दरगाह के साथ अनेकों धार्मिक स्थल लगते हैं। जहां पर वर्ष भर श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है। इसके अलावा क्षेत्र के बहुत सारे व्यवसायी भी देश के कोने कोने में व्यापार के लिए प्रवास करते हैं। लेकिन एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव के होने की वजह से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा इस क्षेत्र के युवा काफी अधिक संख्या में सेना में भी कार्यरत हैं जिनका भी देश के कोने कोने से आना जाना लगा रहता है लेकिन एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव नहीं होने की वजह से इस क्षेत्र के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि यदि शीघ्र ही हमारी मांग पर ध्यान नहीं दिया जाता है तो आंदोलन को और उग्र कर दिया जाएगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।