बीसूका उपाध्यक्ष डॉ चंद्रभान ने बैठक में बीस सूत्री कार्यक्रम और फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
चूरू, राज्य स्तरीय बीस सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन एवं समन्वय समिति के उपाध्यक्ष (केबिनेट मंत्री) डॉ. चंद्रभान ने सोमवार को जिला परिषद सभागार में जिले में बीस सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन और फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा की और योजनाओं के बेहतरीन क्रियान्वयन के निर्देश दिए। इस मौके पर उन्होंने बीस सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन में जिले की बेहतरीन परफोरमेंस को सराहा और कहा कि जिले ने सभी सूत्रों में बेहतर काम किया है, फिर भी अच्छे की संभावना हमेशा बनी रहती है। अधिकारियों को योजनाओं के क्रियान्वयन में आने वाली व्यावाहारिक दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए इस प्रकार काम करना चाहिए कि आमजन को वास्तविक लाभ मिले। उन्होंने कहा कि बीस सूत्री कार्यक्रम जब से लागू हुआ है, तब से इस कार्यक्रम ने गरीबी दूर करने में काफी मदद की है और यह बहुत अच्छा कार्यक्रम साबित हुआ है। इसलिए अधिकारी इसे गंभीरता से लें और यह सुनिश्चित करें कि बीसूका के प्रत्येक सूत्र में जिला बेहतर काम करे। उन्होंने कहा कि विभिन्न स्तरों पर दिए जाने वाले आंकड़ों में अंतर नहीं आना चाहिए।
बीसूका उपाध्यक्ष ने जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग से कहा कि जिले में स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र एवं स्वास्थ्य केंद्रों का नियमित निरीक्षण करवाएं और यह सुनिश्चित करें कि इन संस्थानों में सरकार की ओर से संचालित योजनाओं, सेवाओं का समुचित लाभ आमजन को मिले। बीसूका उपाध्यक्ष ने एसीईओ हरीराम चौहान से कहा कि महानरेगा योजना ने ग्रामीणों के जीवन स्तर को उठाने में बड़ा योगदान दिया है। हमारी कोशिश यह रहनी चाहिए कि योजना में अधिक से अधिक परिवारों को रोजगार मिले और औसत मजदूरी में इजाफा हो। उन्होंने वर्ष में एक सौ से दिन से अधिक का रोजगार प्राप्त करने वाले परिवारों की संख्या बढाने के लिए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। डॉ चंद्रभान ने संस्थागत प्रसव को सीएमएचओ डॉ मनोज शर्मा से कहा कि सभी प्रसव संस्थागत हो, यह हमारा प्रयास होना चाहिए। निजी संस्थानों में होने वाले प्रसवों से संबंधित सूचना भी रखें ताकि इस बिंदू पर समुचित मॉनीटरिंग की जा सके। उन्होंने कहा कि एससी-एसटी विद्यार्थियों को मिलने वाली छात्रवृत्ति से अधिकतम लोग लाभाान्वित हों, इसके लिए समुचित प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए। उन्होंने आईसीडीएस उपनिदेशक डॉ नरेंद्र शेखावत से कहा कि बच्चों और महिलाओं में कुपोषण खत्म करने पर काम करें और अपनी सघन मॉनीटरिंग से यह सुनिश्चित करें कि पोषण स्तर में बेहतरी आए।
उन्होंने डिस्कॉम एसई केके कस्वां से कहा कि वे लंबित कृषि कनेक्शन जल्दी करवाएं तथा मुख्यमंत्री किसान मित्र योजना में सभी पात्र किसानों को लाभान्वित करने की दिशा में काम करें। जिन किसानों को बिजली बिल बकाया रहने के कारण इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा, उनसे संपर्क कर बिल भरवाएं ताकि सरकार को राजस्व मिले और किसानों को योजना का लाभ। बीसूका उपाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री आवास योजना के क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दिए जाने की जरूरत बताई। उन्होंने जिले में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के अच्छे क्रियान्वयान की सराहना की और कहा कि ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों में नियुक्त डॉक्टर एवं स्टाफ मुख्यालय पर रहकर बेहतर सेवाएं दें ताकि सरकार की सेवाओं का समुचित लाभ आमजन को मिले। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य बीमा में राजस्थान देश का नंबर वन राज्य है। स्वास्थ्य बीमा से वंचित अन्य लोगों को भी इससे जोड़ने के लिए प्रयास करें।
बीसूका उपाध्यक्ष ने कहा कि कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रचार समुचित होना चाहिए जिससे प्रत्येक पात्र एवं जरूरतमंद व्यक्ति तक उनकी पहुंच सुनिश्चित हो सके। सामाजिक सुरक्षा पेंंशनों पर विशेष ध्यान देकर अधिक से अधिक पात्र लोगों को इससे जोड़ें। उन्होंने इस दौरान महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, स्कूटी वितरण, इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना, वृक्षारोपण, घर-घर औषधि योजना सहित विभिन्न मसलों ंपर चर्चा कर निर्देश दिए।
जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने जिले में बीसूका क्रियान्वयन, फ्लैगशिप योजनाओं की क्रियान्विति के बारे में जानकारी दी और जिले में किए जा रहे नवाचारों के बारे में बताया। उन्होंने बीसूका उपाध्यक्ष को आश्वस्त किया कि बैठक में दिए गए निर्देशों की पालना सुनिश्चित करते हुए राज्य सरकार की मंशा के अनुसार आमजन को कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर लोकेश गौतम, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरी राम चौहान, उप वन संरक्षक सविता दहिया, पीएचइडी प्रोजेक्ट अधीक्षण अभियंता राममूर्ति, मुख्य आयोजना अधिकारी प्रदीप जोशी, सांख्यिकी विभाग के सहायक निदेशक डॉ अनिल शर्मा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता शिशपाल सिंह, पीएचईडी अधीक्षण अभियंता कैलाश पूनिया, राजीविका डीपीएम दुर्गा देवी, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ अशोक कुमार शर्मा, जिला साक्षरता अधिकारी ओमप्रकाश फगेड़िया, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अरविंद ओला, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सांवरमल गुर्जर एवं योगेश्वर शर्मा, खनिज अभियंता सोहनलाल गुरु सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।