
नीमकाथाना, महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा के संबंध में मंगलवार को जिला कलक्टर सभागार में बैठक आयोजित की गई। इसमें जिला कलक्टर शरद मेहरा ने सभी योजनाओं और कार्यक्रमों का पूरी गंभीरता से क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए। आंगनबाडी भवनों की स्थिति पर चर्चा कर निर्देश दिए कि मरम्मत योग्य भवनों के प्रस्ताव बनाकर विभाग को भिजवाये जावे। विद्युत कनेक्शन, गैस कनेक्शन, शौचालय, आदि की समीक्षा करने पर महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक ने बताया कि जिले में 803 आंगनबाडी केन्द्र संचालित है। इनमें विभिन्न प्रकार की सेवायें प्रदान की जाती है। पूरक पोषाहार के अन्तर्गत जुलाई माह का पोषाहार वितरित कर दिया गया है तथा अगस्त माह के पोषाहार की सप्लाई चालु है। केन्द्रों पर पहुचते ही वितरित कर दिया जायेगा। जिले में संचालित आंगनबाडी केन्द्रों में से 557 केन्द्रों पर शौचालय क्रियाशील है। 570 केन्द्र विद्युतिकृत है तथा सभी केन्द्रो पर गैस कनेक्शन उपलब्ध करवा दिये गये है। इस पर जिला कलक्टर मेहरा ने आंगनबाड़ी केन्द्रों में भामाशाह के सहयोग से बिजली, पानी एवं टॉयलेट की व्यवस्था करवाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि उड़ान योजना के तहत सेनेटरी नैपकिन का वितरण नियमित रूप से किया जाए।
विभाग से संबंधित बजट घोषणाओं की समीक्षा
जिला कलक्टर ने विभाग से संबंधित बजट घोषणाओं की समीक्षा तब उपनिदेशक ने बताया कि बजट घोणाओं के अन्तर्गत सप्ताह में तीन दिन दुध उपलब्ध करवाये जाने की घोषणा हुई थी जो निदेशालय स्तर पर लंबित हैै। बजट घोषणा के अनुसार प्रत्येक विघानसभा में पांच नये आंगनबाडी केन्द्र खोले जाने है जिनके प्रस्ताव बनाकर निदेशालय को भेज दिये गये है। बजट घोषणा के अनुसार आदर्श आंगनबाडियों की सूचना निदेशालय को भेज दी गई है। इस पर जिला कलक्टर ने कहा कि बजट की विभाग से संबंधित योजनाओं पर समयबद्व रुप से कार्ययोजना बनाकर कार्य करेे तथा विभाग के समस्त कार्य ई-फाईल/ई-डाक के माध्यम से ही करे व फाइलों को समय पर ही डिस्पोज करे।
बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक संजय कुमार चेतानी, उदयपुरवाटी सीडीपीओ मुकेश कुमार शर्मा, श्रीमाधोपुर सीडीपीओ सुमित्रा चौधरी, अजीतगढ़ सीडीपीओ मुजु भामु उपस्थित थे।