जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने सैनिक स्कूल की स्वीकृति के लिये रक्षा मंत्रालय, भारतीय सैना एवं केन्द्र और राज्य सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य की वीर भूमि का यह सैनिक स्कूल साधारण स्कूल नहीं है। यह स्कूल बच्चों को अनुशासन सिखाकर अच्छा नागरिक ही नहीं बनायेगा, अपितु देश के लिये जांबाज सैनिकों लम्बी कतार भी तैयार करेगा। यादव मंगलवार को डाइट परिसर में प्रदेश के दूसरे सैनिक स्कूल के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सैनिक स्कूल के उद्घाटन समारोह को जिले के लिये एक बेशकीमती क्षण बताते हुए कहा कि जिले के लिये ही नहीं, अपितु पूरे राज्य के लिये आज का यह क्षण, गौरव का क्षण है। उन्होंने सैनिक स्कूल को अपने कैरियर का अमूल्य तौहफा बताया।
उन्होंने बताया कि जिले में सैनिक स्कूल की आवश्यकता आज पूरी हो गई है। इस जिले में सैनिक स्कूल खुल जाने से यहां के सैनिकों के चेहरों पर एक खुशी सी आ गई है। उन्होंने बताया कि यह स्कूल सैनिकों के होनहार बच्चों को एक नई दिशा देगा। यह देश का सत्ताइसवां और प्रदेश का दूसरा सैनिक स्कूल है। इस स्कूल के साकार रूप लेने में केन्द्र एवं राज्य सरकार के अथक प्रयास के साथ-साथ यहां के जनप्रतिनिधियों का भी पूरा सहयोग रहा है। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि जयपुर से आए आर्मी आॅर्डिनेंस कोर के मेजर जनरल कनन वी ने कहा कि उन्हें इन नन्हें-मुन्ने विद्यार्थियों में भविष्य के जनरल, मेजर एयर मार्शल जैसी प्रतिभाएं दिखाई दे रही है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे राष्ट्रहित के प्रति लगन रखते हुए कडी मेहनत के साथ पढ़ाई करें और सफलताएं प्राप्त करें। उन्होंने झुंझुनू सैनिक स्कूल के पिं्रसिपल वरूण वाजपेयी की सराहना करते हुए कहा कि वाजपेयी ने इससे पहले मिजोरम में भी सैनिक स्कूल को स्थापित करने में सराहनीय कार्य किया था।
सैनिक स्कूल के प्राचार्य लेफ्टिनेट कर्नल वरूण वाजपेयी ने स्कूल को स्थापित करने के लिए मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था करवाने तथा एकेडमी सत्र को प्रारम्भ करने के लिये उनके सामने आई मुसीबतों का जिक्र करते हुए बताया कि स्कूल स्थापित करने में मेरे समक्ष आई मुसीबतों में जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधियों एवं राज्य सरकार का पूरा सहयोग मिला था। इस अवसर पर नगर परिषद के सभापति सुदेश अहलावत, चित्तौड़गढ़ सैनिक स्कूल के वाइस प्रिंसीपल मेजर संजय, सहित अनेक अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।